हर 4 में से एक मरीज पॉजिटिव… अभी आधे मरीज ही हो रहे हैं मेडिकल बुलेटिन मे घोषित
इंदौर। कोरोना संक्रमण (Corona infection) की दर तेजी से बढ़ रही है। निजी लैबों (private lab) में जिस तरह से बड़ी संख्या में सैम्पलों की जांच कराई जा रही है उसके मुताबिक हर चार में से एक मरीज पॉजिटिव निकल रहा है। हालांकि देर रात जारी होने वाले मेडिकल बुलेटिन ( medical bulletin) में अभी आधी संख्या ही कोरोना मरीजों की घोषित की जा रही है, ताकि डर का माहौल ना बने। मगर हकीकत यह है कि पिछले 8-10 दिनों से लगातार 20 से 22 फीसदी तक कोरोना पॉजिटिव (corona positive) मरीज निकल रहे हैं। क्षेत्रवार जारी सूची में भी 257 क्षेत्रों में 725 नए पॉजिटिव मरीज घोषित किए गए हैं, जबकि मेडिकल बुलेटिन में यह संख्या 643 ही बताई गई है।
अभी तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिसके चलते प्रमुख निजी अस्पतालों में तो एक भी बेड खाली नहीं है और जबरदस्त मारामारी मची है। बड़ी संख्या में आसपास के जिलों से भी मरीज इलाज के लिए इंदौर आ रहे हैं। मेडिकल बुलेटिन में 643 पॉजिटिव मरीज घोषित किए गए जो 4636 रिपोर्ट के आधार पर मिले हैं। उपचाररत मरीजों की संख्या 3973 बताई गई है। हालांकि इससे लगभग दो गुने से अधिक मरीजों का अस्पतालों और होम आइसोलेशन (isolation) में इलाज चल रहा है। मेडिकल कालेज की लैब में तो बड़ी संख्या में सैम्पल जांच के लिए जा रहे हैं, लेकिन शहर में जो निजी लैब हैं वहां पर भी टेस्टिंग करवाने वालों की भीड़ लगी है और बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं। हर चार में से एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, जिसके चलते संभव है प्रतिबंधात्मक कढ़ाई और इंदौर में लागू की जाए। अभी तो रविवार के लॉकडाउन के अलावा रात 10 से सुबह 6 बजे तक बंद रखा जा रहा है। सैम्पलिंग के साथ-साथ वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया जा रहा है। कल ही 4363 सैम्पलों की रिपोर्ट जारी की गई है।
बढ़ते संक्रमण से लॉकडाउन का खतरा
संक्रमण की बढ़ती दर को देखते हुए अब प्रदेश में लाकडाउन (lockdown) की आशंका बढ़ती जा रही है। पहले 20 फीसदी से ज्यादा मरीज मिलने पर प्रदेश सरकार द्वारा गंभीर निर्णयों की चेतावनी दी गई थी अब अगर यदि संक्रमण की दर उस दिशा में पहुंच रही है तो निश्चित रूप से शहर के लिए यह खतरे की बात हैं। संक्रमण की इस दर को रोकने के लिए राज्य शासन ने सभी जिलों के कलेक्टरों को तात्कालिक उपाय करने के निर्देश दिए हैं जिसके तहत कम से कम भीड़ जुटाने के साथ ही उन सभी जगहों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, जहां पर भारी तादाद में लोग जुटते हैं। राज्य सरकारों द्वारा जिला कलेक्टरों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वैक्सीनेशन (vaccination) की संख्या बढ़ाकर कोरोना के नियंत्रण करने के प्रयास किए जाएं। लेकिन देखने में आया है कि वैक्सीन के बाद भी लोग कोरोना पीडि़त हो रही हैं क्योंकि वैक्सीन कोरोना रोकने के बजाए लडऩे में ज्यादा कारगर साबित हो रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved