इंदौर। रेलवे ने 16 दिन के बाद इंदौर-महू के बीच ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी है। पहले दिन शुक्रवार को इंदौर-महू के बीच डेमू ट्रेन के संचालन से इसकी शुरुआत हुई और शनिवार से निर्धारित एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें महू से चलने लगी हैं। राऊ-महू रेल लाइन दोहरीकरण पूरा होने के बाद ट्रेनों की क्रॉसिंग संबंधी झंझटें भी खत्म हो गई हैं। पहले राजेंद्र नगर और राऊ रेलवे स्टेशनों पर डेमू या अन्य ट्रेनों को क्रॉसिंग के लिए रोकना पड़ता था। इससे यात्री तो परेशान होते ही थे, रेलवे को भी आपरेशनल समस्याएं पेश आती थीं। इंदौर-राऊ के बीच पहले से दोहरी लाइन है, जबकि राऊ-महू के बीच अब दूसरी लाइन बिछाई गई है। इससे उज्जैन से देवास-इंदौर होते हुए सीधे महू तक डबल लाइन सेक्शन उपलब्ध हो गया है, जो ट्रेनों के समय में करीब आधा घंटा या उससे ज्यादा समय की बचत करेगा। फिलहाल नई लाइन पर 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें चलाई जाएंगी और इसका उपयोग इंदौर से महू की तरफ जाने वाली ट्रेनों के लिए होगा।
पहली बार प्लेटफॉर्म-एक से चली डेमू
शुक्रवार को महू के प्लेटफॉर्म-एक से पहली बार बड़ी लाइन की ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। पहली ट्रेन के रूप में महू से इंदौर के लिए डेमू ट्रेन चलाई गई, जिसमें चुनिंदा यात्रियों ने सफर किया। फिलहाल प्लेटफॉर्म-एक और दो से ट्रेनें चलाई जाएंगी। जल्द ही तीन और चार नंबर ट्रेनों की आवाजाही के लिए खोला जाएगा।
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