इंदौर। नगर निगम (Municipal council) शहर की पुरानी संकरी पुलियाओं (Narrow bridges) को चौड़ा करने का काम कर रहा है, ताकि यातायात (transportation) में आसानी रहे। आम्बेडकर पुलिया के साथ-साथ मालवा मिल (Malwa Mill) से पाटनीपुरा (Patnaipura ) के बीच की अत्यंत पुरानी और संकरी पुलिया को भी चौड़ा किया जाएगा, जिस पर 6 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। मगर इसके लिए मालवा मिल से पाटनीपुरा के इस हिस्से पर चार माह तक यातायात बंद करना पड़ेगा। निगम का प्रयास है कि बारिश शुरू होने से पहले तीन से चार महीने में यह पुलिया निर्मित हो जाए, क्योंकि यहां पर दिनभर ही यातायात का अत्यधिक दबाव रहता है।
नगर निगम द्वारा जहां मास्टर प्लान की प्रमुख सडक़ों का निर्माण कराया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पुराने पुल-पुलियाओं की भी सुध ली जा रही है। एबी रोड पर इंडस्ट्री हाउस चौराहा पर सबसे अधिक यातायात का दबाव है और आम्बेडकर पुलिया की तरफ मुडऩे वाला यातायात हमेशा ही जाम रहता है। निगम के जनकार्य प्रभारी राजेन्द्र राठौर का कहना है कि आम्बेडकर पुलिया को भी चौड़ा किया जा रहा है। इसमें दोनों तरफ बिजली के खम्भे और डीपी की भी बाधाएं हैं। वहीं एक तरफ के लेफ्ट टर्न को भी और चौड़ा कर दिया है। इसी तरह मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच अत्यंत पुरानी संकरी पुलिया है, जिसकी भी मंजूरी हो चुकी है और लगभग 6 करोड़ रुपए की लागत से नई पुलिया बनाई जाएगी और हमारा प्रयास है कि बारिश से पहले तीन-चार महीने में निर्माण पूरा कर लिया जाए। मगर उसके लिए मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच लगभग 4 माह तक यातायात बंद करना पड़ेगा। इसके लिए प्रशासन और यातायात विभाग को पत्र भी लिखा जा रहा है। श्री राठौर के मुताबिक नेहरू पार्क की बिल्डिंग भी अत्यंत जर्जर हो चुकी है, उसका भी नवनिर्माण किया जाएगा और यहां की बाउण्ड्रीवाल भी खस्ताहाल है, इस पर 4 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नेहरू पार्क के स्विमिंग पुल में भी सुधार कार्य होगा। इसकी टाइल्स बदलने के साथ अन्य जरूर कार्य करवाए जाएंगे। शहर में इस तरह के जितने भी पुराने पुल-पुलिया हैं उन सभी का नगर निगम नवनिर्माण करवा रहा है। यातायात की दृष्टि से बीच शहर में स्थित ये संकरे पुल अब बाधक हैं। वहीं अभी शास्त्री ब्रिज को लेकर भी खबर आई कि इसका एक हिस्सा धंस रहा है, उसकी भी जांच करवाई। फिलहाल जांच में सिर्फ कुछ जगह के पेवर ही धंसे हैं। ब्रिज की दीवार मजबूत है और उसके बेस को भी कोई खतरा नहीं है। कल ही निगम के इंजीनियर डीआर लोधी ने ब्रिज के अलग-अलग हिस्सों की जांच करवाई और जो फुटपाथ सहित कुछ हिस्सा पेवर बिछाते वक्त धंसा उसे सुधरवाया भी जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन, पुलिस, यातायात विभाग द्वारा मुहिम चलाकर दुकानों के शेड, ओटले और अन्य बाधाएं भी दूर की जा रही है, ताकि यातायात सुगम हो सके। कल भी कालानी नगर मैन रोड पर 110 दुकानों के बाहर टीन शेड हटाए गए, तो भमोरी मैन रोड पर भी 50 से अधिक दुकानों के शेड और अन्य अतिक्रमण हटाए गए। बंगाली चौराहा से कनाडिय़ा रोड पर भी फुटपाथ को कब्जे से मुक्त कराया गया। हालांकि रोजाना यह कार्रवाई हो रही है। मगर दूसरी तरफ इन्हीं सडक़ों-फुटपाथों पर फिर से ठेले, गुमटी और अन्य कारोबार शुरू हो जाता है। खंडवा रोड पर भी गणेश नगर तक के ओटले और फुटपाथ से अतिक्रमण कल हटाए गए।
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