इंदौर। श्रावण मास में खंडवा रोड पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किए जाने के पहले दिन ही जब वाहनों को छोड़ा गया तो रात में सडक़ पर वाहनों की कतारें लग गर्इं, जिससे घाट सेक्शन में जाम-सा लग गया। कई छोटे वाहन भी इस जाम में फंस गए। यह स्थित वाहनों को एकसाथ छोड़े जाने पर हुई।
उत्तप्रदेश में कावडिय़ों के साथ हुए दर्दनाक हादसे के बाद इंदौर में भी पुलिस प्रशासन को कावडिय़ों की सुरक्षा की याद आई और कल से ही भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि इस मामले में पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने पिछले दिनों ही पुलिस प्रशासन को एक पत्र लिखा था। सुबह से लेकर रात तक ये वाहन खंडवा रोड पर नहीं जाएंगे।
अगर इन वाहनों को जाना है तो ये एबी रोड से गुजरेंगे। हालांकि एबी रोड से खंडवा जाना लंबा पड़ता है, इसलिए वाहन इंदौर बायपास पर ही दिनभर खड़े रहे। हालांकि औंकारेश्वर की ओर से बड़े वाहन आ रहे थे। शाम को जब कावडिय़ों की संख्या खंडवा रोड पर कम हो गई तो इन वाहनों को छोड़ा गया। जिससे चोखी ढाणी से लेकर सिमरोल और घाट सेक्शन में जाम की स्थिति बन गई। वहीं बलवाड़ा और बड़वाह में भी यही स्थिति रही। दरअसल एकसाथ वाहन छोड़े जाने के कारण वाहन चालक आपस में गुत्थमगुत्था होते रहे और जाम लग गया, जिसमें दूसरे वाहन भी फंस गए। खंडवा रोड पर जगह-जगह गड्ढे होने के कारण भी वाहन चालकों को परेशानी हुई और बारिश के कारण यह परेशानी और बढ़ गई।
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