इंदौर। शहर में चलने वाले रिक्शा चालकों (rickshaw drivers) को अब ट्रैफिक पुलिस (traffic police) द्वारा यूनिक नंबर के कार्ड दिए जाएंगे। ये कार्ड सिर्फ उन्हीं रिक्शा को मिलेंगे, जिनके सभी दस्तावेज पूरे हैं। इस कार्ड के लगे होने पर चैकिंग (checking) के दौरान पुलिस या परिवहन विभाग को पता भी चल जाएगा कि रिक्शा के दस्तावेज पूरे हैं, जिससे रिक्शा चालक और चैकिंग दल दोनों का ही समय भी बचेगा। ट्रैफिक पुलिस द्वारा आज पलासिया (Palasia) स्थित ट्रैफिक थाने से उक्त कार्ड देने की शुरुआत की जाएगी।
ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा कुछ समय से नियम विरुद्ध चल रहे रिक्शा के खिलाफ जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसमें रोजाना सैकड़ों रिक्शा को रोककर उनकी जांच की जाती है और जिन रिक्शा के दस्तावेज कम होते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। पिछले दिनों इसे लेकर रिक्शा चालक महासंघ के राजेश बिडक़र (Rajesh Bidkar) सहित अन्य सदस्य ट्रैफिक डीसीपी महेशचंद्र जैन से मिले थे और बताया था कि जांच के दौरान उन रिक्शा चालकों को भी परेशान होना पड़ता है, जिनके पास पूरे दस्तावेज हैं।
इसके कारण लोग रिक्शा में बैठने से भी बचने लगे हैं। रिक्शा चालकों ने मांग की थी कि पुलिस उन्हें ऐसा कोई स्टीकर दे, जिसे रिक्शा पर लगाने से इस बात की पुष्टि हो जाए कि रिक्शा के सभी दस्तावेज पूरे हैं। बिडक़र ने बताया कि अच्छा सुझाव लगने पर अधिकारियों ने तुरंत इस व्यवस्था को लागू करने के आदेश दिए थे और कहा था कि पुलिस ऐसे रिक्शा, जिनके सभी दस्तावेज पूरे हैं, उन्हें यूनिक नंबर कार्ड स्टीकर के रूप में देगी।
इसके तहत डीआरपी लाइन (DRP line) में रिक्शा चालकों को अपने सभी दस्तावेज की फोटोकॉपी (photocopy of document) जमा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि दस्तावेजों की जांच के आधार पर स्टीकर तैयार किए जा सकें। दस्तावेजों में रजिस्ट्रेशन (registration), बीमा (Insurance), फिटनेस (fitness), परमिट (permit), पीयूसी और लाइसेंस (PUC and license) शामिल हैं।
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