नई दिल्ली। केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल, और उद्योग व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वर्चुअल खिलौना मेले की वेबसाइट दी इंडिया टॉय फेयर 2021 का उद्घाटन किया। पहले खिलौने मेले का आयोजन वर्चुअल तरीके से 27 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक किया जाएगा।
इस मौके पर महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने व खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने के मकसद से यह खिलौना मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस प्लेटफार्म के माध्यंम से देश भर के खिलौना उद्योग व व्यापारिय़ों के साथ छात्रों को भी जोड़ा जा रहा है। इसके माध्यम से इस उद्योग की चुनौतियों को दूर करके इससे एक बड़े उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकेगा। इस मेले में छह मंत्रालयों की भागीदारी है।
उन्होंने बताया कि हमारे देश में बड़े पैमाने पर हाथ से खिलौने बनाए जा रहे हैं लेकिन इनकी विश्व स्तर की मार्केटिंग पर जोर दिया जा रहा है। इस मेले को लघु और कुटीर उद्योग का भी समर्थन मिला है। इसमें खिलौने डिजाइन करने वाले विशेषज्ञ भी अपने विचार रखेंगे और नए विचारों का आदान प्रदान होगा। उन्होंने कहा कि देश की कुछ प्रतिष्ठित कंपनियाें का कुछ शहरों में टॉय सर्किल बनाने का प्रस्ताव है। इसी के साथ आंगनवाड़ी केन्द्रों पर एनसीआरटी के सुझाव के साथ ज्ञानवर्धन खिलौने रखे जाएंगे।
इस मौके पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश में 80 प्रतिशत खिलौने आयात किए जा रहे हैं जबकि भारत में इस उद्योग से आपार संभावनाएं है। कुछ विशेष देशों से आने वाले खिलौने सेहत के लिए खतरनाक पाए गए। खिलौना उद्योग विकसित करने से हम अपनी देश की विरासत को पुनर्जीवित करने के साथ शिक्षा प्रणाली में इसके य़ोगदान को बढ़ा सकेंगे।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि इस खिलौना मेले से पहले किए गए हैकथॉन में एक लाख 28 हजार से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। इस उत्साह को देखते हुए सभी 33 करोड़ छात्रों को इस मेले में भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत विश्वगुरु रहा है। भारत में खिलौने का इतिहास काफी पुराना है। हमारे बाजार में स्वदेशी खिलौने बनाए जाएं और विपणन हो, इसी दृष्टिकोण से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी स्कूलों को भाग लेने का आग्रह किया गया है। (एजेंसी, हि.स.)
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