इंदौर। प्रदेश से अतंर्राष्ट्रीय पर्यटन की बात करें, तो अब एकाएक यूरोप-यूके को लेकर पर्यटन में कमी आई है, वहीं इसकी तुलना में एशियाई देशों के लिए पर्यटन में इजाफा हुआ है। इसका प्रमुख कारण इस दौरान यूरोप-यूके में मौसम का बेहद ठंडा होना बताया जा रहा है।
प्रदेश के साथ ही सेंट्रल इंडिया से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन में पिछले कुछ महीनों में इजाफा हुआ है। इंदौर से ही बड़ी संख्या में अब यूरोप, यूके, फ्रांस सहित अन्य देशों के वीजा कैंप के माध्यम से दिए जा रहे हैं। पिछले एक महीने की बात करें, तो यहां लगने वाले कैंप में अब यूरोप-यूके के पर्यटन में पिछले महीनों की तुलना में 40 फीसदी की कमी आई है, जिसके चलते यहां जाने के लिए वीजा के आवेदक कम आ रहे हैं। शहर के ट्रेवल एजेंट्स इसका कारण इन देशों का इस दौरान ठंडा होना बता रहे हैं। एजेंट्स का कहना है कि यहां केवल चुनिंदा वही पर्यटक इस दौरान जाना पसंद कर रहे हैं, जो बर्फ और ठंड को पसंद करते हैं। ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टाई) के मप्र-छग के चेयरपर्सन हेमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि यूरोप-यूके का कम हुआ 40 फीसद एशियाई देशों के लिए बढ़ गया है। सेंट्रल इंडिया से फिलहाल पर्यटक सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, दुबई, मालदीव के अलावा आस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका जाना भी पसंद कर रहे हैं।
इंदौर में हर महीने दो वीजा कैंप
जादौन के मुताबिक, बावजूद इसके निरंतरता बनाए रखने के लिए शहर में हर महीने दो वीजा कैंप आयोजित किए जा रहे है, जो यूरोप, यूके, फ्रांस, शैंजेन देशों के लिए है। फिलहाल शहर और प्रदेश के हजारों आवेदक ऐसे हैं, जो यूएसए के फ्रेश टूरिस्ट वीजा के लिए इंतजार में है। फिलहाल यूएसए पुराने वीजा के रिन्यू के आवेदन ही स्वीकार रहा है। इसी के चलते टाई का एक डेलिगेशन परसों यूएसए एम्बेसी में नए टूरिस्ट वीजा की डेट खोलने के संबंध में मुलाकात भी कर चुका है। फिलहाल यूएसए ने नए वीजा के लिए 2025 की डेट्स खोली है।
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