नई दिल्ली। टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) ने दो ओलंपिक-योग्य निशानेबाजों मनु भाकर और अंगद वीर सिंह बाजवा को मनोवैज्ञानिक मदद लेने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस तरह अपने खेल को और बेहतर बनाने की दिशा में अब दोनों निशानेबाज खेल मनोवैज्ञानिक संजना किरण की सेवाएं ले सकेंगे।
टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों को लेकर यह सुविधा साल के अंत में निर्धारित की गई है। पिछले सप्ताह मिशन ओलंपिक सेल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। संजना किरण खेल मनोविज्ञान और प्रदर्शन मनोविज्ञान के क्षेत्र में एक सिंगापुर स्थित उच्च प्रदर्शन विशेषज्ञ हैं और प्रमुख घटनाओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए अभिजात वर्ग के एथलीटों और कुलीन कोचों को समर्थन प्रदान किया है।
ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल में भाग लेने की पात्र मनु भाकर ने ओलंपिक की तैयारी के तहत खेल मनोवैज्ञानिक की भूमिका के बारे में कहा कि इस खेल में मानसिक रूप से मजबूत होना आवश्यक है। इसी सोच के साथ मैंने मनोवैज्ञानिक की मदद ली है। इनकी मदद से मैं अपने प्रदर्शन में स्थिरता रखने में कामयाब हो सकूंगी।
उन्होंने कहा कि संजना किरण का मार्गदर्शन प्राप्त करने से मुझे ओलंपिक के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी। वहीं, भारतीय जूनियर राइफल शूटिंग टीम की उच्च प्रदर्शन विशेषज्ञ कोच सुमा शिरूर ने भी निशानेबाजों के साथ मनोवैज्ञानिक को जोड़ने के निर्णय का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा “खेल अधिक पेशेवर हो रहे हैं। ऐसे में अगर हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना है तो विशेषज्ञों की जरूरत पड़ेगी। बदलते वक्त में सिर्फ अनुभव से सीखने के बजाय मदद लेकर आगे बढ़ना बेहतर कदम है।”
एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेता सुमा शिरूर ने यह भी कहा कि कोरोनो वायरस महामारी के कारण खिलाड़ी प्रतिस्पर्धात्मक कार्रवाई से काफी दूर रहे हैं और मानसिक तौर पर उन्हें तैयार करने के लिए मनोवैज्ञानिक का होना मददगार होगा।
उल्लेखनीय है कि मनु भाकर और अंगद वीर सिंह बाजवा के साथ मनोवैज्ञानिक संजना किरण जनवरी माह के आखिर में जुड़ेगी। ऐसे में अंगद के साथ के सत्र के लिए टॉप्स ने कुछ 68.39 लाख रुपये तथा मनु भाकर के लिए 21.49 लाख रुपये की संस्तुति दी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved