भारत में कोरोना वायरस खतरनाक तरीके से फैल रहा है और अब यह बात अच्छी तरह से साफ है कि एक बार इस बीमारी से ठीक हुआ शख्स दोबारा इसकी चपेट में आ सकता है। हालांकि, कोविड-19 से बचाव में इसके टीके प्रभावी साबित हुए हैं, लेकिन विशेषज्ञों ( experts) का मानना है कि कोरोना के टीके हर समय सभी स्थितियों में 100 प्रतिशत सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकते हैं। ऐसे में हमें खुद ही ध्यान देना होगा कि एक बार कोरोना से ठीक होने के बाद हम या हमारे अपने दोबारा इससे संक्रमित न हो जाएं। हमें अपने आसपास मौजूद हर छोटी-बड़ी और चीजों पर ध्यान देकर उन्हें बदल देना चाहिए ताकि हमें कोरोना संक्रमण (Corona infection) दोबारा अपनी गिरफ्त में न ले ले। इन दिनों विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि लोगों को संक्रमण से ठीक होने के बाद सबसे पहले अपना टूथब्रश बदल देना चाहिए। ऐसा न करने से दोबारा संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
कॉमन वॉशरूम के कारण खतरा अधिक
दरअसल, देश में कई ऐसे व्यक्ति दोबारा संक्रमित हो गए जो पूर्व में भी हो चुके थे या फिर कोरोना का वैक्सीन ले चुके हैं। ऐसे में जहां देश में तीसरे लहर की बात भी चल रही है तो लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। दंत चिकित्सकों का कहना है कि लोगों का टूथब्रश न केवल उन्हें दोबारा संक्रमित कर सकता है बल्कि उनके परिवार वालों को भी इससे नुकसान हो सकता है क्योंकि ज्यादातर लोग कॉमन वॉशरूम का इस्तेमाल करते हैं।
मुंह की सफाई के लिए गर्म पानी से गरारे जरूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, वायरस की छोटी बूंदें संक्रमित व्यक्ति के मुंह से खांसी, छींक आदि के माध्यम से निकलकर आसपास की सतहों को दूषित कर देती है। इसे लेकर डॉ. भूमिका मदान ने कहा कि हमें लक्षण मिलने के 20 दिनों के बाद अपने टूथब्रश व जीभ क्लीनर को बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुंह में छिपे वायरस या बैक्टीरिया (Virus or bacteria) को खत्म करने का सबसे अच्छा उपाय है गर्म पानी के साथ नमक की कुछ मात्रा मिलाकर कुल्ला करना। इसके लिए कई प्रकार के माउथवॉश और बीटाडीन गार्गल भी मार्केट में उपलब्ध हैं।
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