उज्जैन। महामारी के चलते आज रात वर्ष में एक बार खुलने वाले महाकाल के शिखर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट तो खुलेंगे लेकिन वहाँ सिर्फ आरती पूजन होगा। श्रद्धालुओं को महामारी के भय से प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस कारण उन्हें सवारियों की तरह नागचंद्रेश्वर के दर्शन भी घर बैठे ही करने होंगे।
सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर.के. तिवारी ने बताया कि नागपंचमी के पर्व पर साल में एक दिवस खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट आज रात 12 बजे परंपरा अनुसार खोले जाएंगे तथा परंपरागत पूजन अर्चन विधिवत किया जाएगा। इसके लिए महाकाल मंदिर में साज सज्जा कर दी गई है और शाम से मंदिर विद्युत रोशनी से जगमगाने लगेगा। महामारी संक्रमण को देखते हुए मध्य रात्रि में सिर्फ अधिकृत पुजारी ही नागचंद्रेश्वर मंदिर में पूजन-अर्चन करेंगे। श्रद्धालुओं को घर से ही मन्दिर की वेबसाइट, लाइव प्रसारण आदि के माध्यम से दर्शन हो सकेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था से ही श्रद्धालु मन्दिर में प्रवेश कर सकेंगे और मध्यप्रदेश से बाहर के दर्शनार्थी सुरक्षा की दृष्टि से प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यह निर्णय कल हुई बैठक में लिया गया। इसमें संभागायुक्त आनंद शर्मा, आईजी, कलेक्टर, एसपी आदि मौजूद रहे।
2 प्रसाद की राशि कम की : जनप्रतिनिधियों की माँग के अनुसार महाकाल लड्डू प्रसाद का 500 ग्राम का पैकेट 150 रुपए से घटाकर 130 रुपए कर दिया गया है। जबकि 30 रुपए व 60 रुपए के प्रसाद पैकेट बिना वृद्धि के पूर्व वत ही रहेंगे।
2 गणेश व कार्तिकेय मण्डपम होंगे सेनिटाईज : गणेश तथा कार्तिकेय मंडपम में दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं के जमावड़े को देखते हुए नागपंचमी पर्व के पूर्व नासिक के विशेषज्ञों ने नॉन अल्कोहलिक विधि से एन्टी वायरल सेनिटाईजेशन किया। इसका असर कई दिनों तक रहेगा तथा वातावरण संक्रमण से सुरक्षित रहेगा।
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