नई दिल्ली। अगर अब तक आप अपनी जीभ का इस्तेमाल सिर्फ अलग-अलग स्वाद चखने के लिए करते आए हैं तो अब उसका यूज सेहत का हाल जानने के लिए भी करें। जी हां, आपको शायद ही पता हो कि आपकी जीभ आपकी सेहत से जुड़े कई राज खोलकर रख सकती है। तभी तो बीमार पड़ने पर डॉक्टर भी आपको सबसे पहले अपनी जीभ दिखाने के लिए कहते हैं। अगर आप भी अपनी हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में जानना चाहते हैं तो आईने के सामने कड़े होकर एक बार अपनी जीभ बाहर निकालकर देखें। आइए आपको बताते हैं कैसे आपकी जीभ बता सकती है कि आप कितने हेल्दी हैं।
जीभ के ये रंग बताएंगे सेहत का हाल-
जीभ पर सफेद परत का होना- एक स्वस्थ जीभ के ऊपर सफेद रंग की हल्की सी परत होती है, लेकिन यही परत अगर मोटी हो जाती है तो इसका मतलब हो सकता है कि व्यक्ति के पाचन तंत्र में गड़बड़ी है। ऐसे में अपने खान पान में बदलाव करके आप इस समस्या को खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा जीभ का रंग सफेद होने का मतलब यह भी हो सकताहै कि आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड है और ओरल हाइजिन काफी खराब स्थिति में है।
जीभ का फीका रंग- सामान्य तौर पर जीभ का रंग गुलाबी होता है। परंतु यदि जीभ का रंग फीका लग रहा है तो यह शरीर में खून की कमी का संकेत भी हो सकता है। एक्यूप्रेशर चिकित्सा के अनुसार ऐसा फेफड़े में किसी समस्या का संकेत हो सकते हैं।
जीभ में पीलापन- अगर जीभ में पीलापन है इसका मतलब शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी है। जिसे आप आपनी डायट में बदलाव करके आसानी से ठीक कर सकते हैं। अगर आपके डाइजेस्टिव सिस्टम में कोई समस्या है या आपको लिवर या पेट की कोई दिक्कत है तो ऐसे में जीभ पर पीली कोटिंग जम जाती है।
ब्राउन जीभ- अगर आप कैफीन लवर हैं तो आपकी जीभ ब्राउन हो सकती है, इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। स्मोकिंग से भी जीभ का रंग ब्राउन हो जाता है। जो लोग काफी लंबे समय से स्मोक कर रहे हैं उनकी जीभ पर ब्राउन रंग की एक परमानेन्ट लेयर जम जाती है , इन्हें डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
लाल जीभ- फॉलिक एसिड या विटमिन B-12 की कमी से आपकी जीभ अजीब तरीके से लाल हो जाती है। अगर आप आइने में करीब से देखें तो पता चलेगा कि जीभ पर लाल स्पॉट और मैप जैसे पैटर्न दिखेंगे। इसे जियोग्राफिक टंग कहते हैं।
नीली जीभ- नीली और पर्पल जीभ हार्ट से जुड़ी समस्याओं को दर्शाती हैं। जब आपका हार्ट ब्लड को ठीक से पंप नहीं करता या खून में ऑक्सिजन की कमी से जीभ का रंग नीला या पर्पल होता है। ऐसे में डॉक्टर से सम्पर्क जरूर करें।
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