नई दिल्ली। वैसे तो आप हर दिन चांद तो देखते ही हैं, किन्तु बुधवार को यानि 13 जुलाई को आपको सुपरमून (Supermoon) कुछ हटकर दिखने वाला है। 13 जुलाई को की शाम जब चंद्रमा आसमान (moon sky) में उगेगा तो वह कुछ अनोखा होगा। वह साल के बाकी दिनों से ज्यादा बड़ा और ज्यादा चमकदार नजर आएगा। इसे जुलाई सुपरमून या बक मून (supermoon or buck moon) कहा जाता है। ऐसा एक खगोलीय घटना की वजह से होगा। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। उसकी दूरी धरती से सिर्फ 3,57,264 किलोमीटर रह जाएगी।
चंद्रमा जब आसमान में उदय होता है या अस्त होता है, उस वक्त वह ज्यादा बड़ा क्यों नजर आता है, ये सवाल खगोल विज्ञानियों के लिए अब तक पहेली बना हुआ है। इस बारे में नासा के वैज्ञानिकों ने एक संभावित व्याख्या यह दी है कि हम अपनी दृष्टि की रेखा के भीतर वस्तुओं के सापेक्ष आकार की तुलना करते हैं।
नासा ने पिछले साल एक ब्लॉग में कहा था कि हो सकता है कि शायद पेड़, पहाड़ और इमारतें हमारे दिमाग में ऐसा भ्रम पैदा करती हों कि चंद्रमा उस वक्त अधिक करीब और बड़ा हो गया है, हालांकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा था कि यह सही सटीक नहीं है, क्योंकि अंतरिक्ष से भी चंद्रमा उदय या अस्त होते समय बड़ा नजर आता है, जबकि वहां तो पेड़, पहाड़ जैसी कोई चीज नहीं होती। इस पहेली में मत उलझिए कि चंद्रमा शाम या सुबह के समय ज्यादा बड़ा क्यों नजर आता है। आप बस बुधवार को चंद्रमा को निहारिए क्योंकि इस पूरे साल में इससे बड़ा और चमकीला चांद आपको फिर नहीं दिखेगा।
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