इन्दौर। मकर संक्रांति के महत्व और सांस्कृतिक विरासत को जिंदा रखने के उद्देश्य से इस बार महापौर भी एक बड़ा आयोजन करने जा रहे हैं, जिसमें पूरे शहर के लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से आमंत्रित किया गया है। इस दौरान महापौर भी लोगों के साथ पतंग उड़ाएंगे और गिल्ली-डंडा खेलेंगे। वहां आने वाली महिलाओं को महिला जनप्रतिनिधि हल्दी-कुमकुम भी लगाएंगी।
इस कार्यक्रम को मित्र संक्रांति महोत्सव नाम दिया गया है। दशहरा मैदान में आयोजन की बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव पहली बार यह आयोजन करवा रहे हैं। उनका कहना है कि हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने के उद्देश्य के साथ-साथ नई पीढ़ी को इन लोकाचारों से रूबरू करवाना बहुत जरूरी है। कल सुबह साढ़े 10 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दशहरा मैदान में यह आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी भाजपा पार्षद, विधायक और जनप्रतिनिधि भी ेशामिल होंगे।
महापौर ने शहर के सभी लोगों से सपरिवार इस आयोजन में आने का निमंत्रण भी सोशल मीडिया के माध्यम से दिया है। इस दौरान स्वदेशी धागे (मांजा) से पतंगबाजी की जाएगी, जो घर से लाना होगा। इसके साथ ही परंपरागत खेलों के रूप में गिल्ली-डंडा, सितोलिया, रस्सा खेंच, कबड्डी, नीबू रेस, रूमाल झपट्टा, चेयर रेस आदि का आयोजन किसी जाएगा। यहां आने वालों को खिचड़ी भी बांटी जाएगी। यहां सेल्फी पाइंट और खानपान के स्टॉल भी लगाए गए हैं।
इस दिन का धार्मिक महत्च क्या है? पतंग क्यों उड़ाई जाती है? तिल-गुड़ खाने का क्या मतलब है। यह जानकारी युवा पीढ़ी को देने के लिए इस तरह का भव्य आयोजन किया जा रहा है। -पुष्यमित्र भार्गव, महापौर
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