इंदौर (Indore)। टमाटर के दाम पिछले डेढ़ से 2 महीने में उच्चतम स्तर पर रहे हैं। इंदौर की थोक मंडी में डेढ़ सौ रुपए किलो तो खेरची मंडी में 200 किलो रुपए तक उपभोक्ताओं को खरीदना पड़े हैं । अब टमाटर की नई फसल की आवक शुरू हो गई है। आज थोक मंडी में बेस्ट क्वालिटी का टमाटर 80 किलो रु. तक बिका, वहीं आम उपभोक्ताओं को खेरची में अभी भी टमाटर 160 रु. से ज्यादा में खरीदना पड़ रहा है।
दो महीने से टमाटर की महंगाई को झेलते इंदौर में अब जाकर महाराष्ट्र और गुजरात के नारायणगांव नासिक, किरनारा, येवाला, लहसनगांव, पीपलगांव, लातूर, कन्नड़ आदि स्थानों से टमाटर की नई फसल आ गई है, जिसके चलते आज सुबह मंडी में 6 बड़ी आयशर और 4 पिकअप वाहन टमाटर लेकर पहुंचे हैं। सुबह मंडी में बेस्ट क्वालिटी का टमाटर 80 रुपए बिका था, वहीं मीडियम क्वालिटी का 70 से 75 रु. और हल्का 60 रुपए किलो तक टमाटर के भाव रहे, लेकिन बाजार में अभी भी टमाटर 160 रुपए के भाव बिक रहा है।
इसलिए खेरची में महंगा
महाराष्ट्र, गुजरात से जो टमाटर मंडी में पहुंचता है, इसके बाद क्वालिटी अनुसार व्यापारी इसका दाम तय करते हैं। बेस्ट, मीडियम और हल्की क्वालिटी को अलग-अलग किया जाता है, वहीं यहां से शहर की छोटी मंडियों में बेचने के लिए व्यापारी टमाटर व सब्जियां खरीदते हैं। इसके बाद स्थानीय छोटे व्यापारियों के पास सब्जियां पहुंचती हैं, यानी किसानो से उपभोक्ता तक टमाटर या सब्जी पहुंचने में 2 से 3 बार ट्रेडिंग होती है। अलग-अलग दलाल रहते हैं, जिसके कारण आम उपभोक्ता को टमाटर या सब्जियां महंगी मिलती हैं।
मालवा के टमाटर 10 दिन में
तकरीबन 50 दिन टमाटर के दाम थोक में 100 के पार खेरची में 160 से 200 रुपए के पार रहे, जिसके कारण आम छोटे व मध्यम उपभोक्ताओं ने तो टमाटर से दूरी बना ली थी। अब महाराष्ट्र, गुजरात से नई फसल की आवक शुरू हो गई है। धीरे-धीरे खेरची में भी टमाटर के दाम कम होंगे। 10 दिन के बाद मालवा की लोकल फसल की आवक शुरू हो जाएगी, जिसके बाद टमाटर के दाम खेरची में 40 रुपए किलो से नीचे आ जाएंगे।
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