इंदौर (Indore)। पूरे प्रदेश में भाजपा (BJP in the state) के बड़े नेता अब रूठों को मनाने का काम करेंगे या जो लोग घर बैठ गए हैं, उनके अनुभवों का लाभ भाजपा (BJP) को कैसे मिले, उस पर बात करेंगे। हालांकि पूरी कवायद विधानसभा चुनाव (exercise assembly elections) को लेकर की जा रही है। इसी कड़ी में कल रात केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर (Union Minister Narendra Singh Tomar) इंदौर पहुंचे। वे आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के पुराने नेताओं सेे मुलाकात करंेगे और जो नाराज पदाधिकारी हैं, उनसे अलग से वन-टू-वन चर्चा भी की जा सकती है।
मिशन-2023 को लेकर भाजपा ने प्रदेश के सभी जिलों में एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत प्रदेश के 14 बड़े नेताओं को दो से तीन जिलों की जवाबदारी सौंपी गई है। जाहिर तौर पर इसमें इन नेताओं को अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर संगठन के पूर्व पदाधिकारियों से चर्चा करना है और उनके अनुभवों का लाभ लेना है। लेकिन इसे कहीं न कहीं उन नेताओं को फिर से संगठन में सक्रिय करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है, जो किसी न किसी कारण से घर बैठ गए हैं। ऐसे नेताओं को ही बैठक में बुलाया गया है।
आज सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्र की बैठक बायपास के एक होटल में होने जा रही है, जहां पहले पदाधिकारी रह चुके 38 नेताओं को बुलाया गया है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर और पूर्व जनप्रतिनिधि, जिनमें विधायक भी शामिल हैं, भी मौजूद रहेंगे। वहीं दूसरी बैठक दोपहर ढाई बजे दीनदयाल भवन में शहरी क्षेत्र के नेताओं की रखी गई है। इसमें भी करीब 40 पुराने नेताओं को बुलाया गया है। इस बैठक में नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे मौजूद रहेंगे और पूर्व अध्यक्ष सहित पूर्व जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में कई ऐसे नेता हैं, जो घर बैठे हुए हैं और पार्टी में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रहे हैं। उन्हें पार्टी में लाकर चुनाव तक जवाबदारी सौंपी जाएगी। इसके साथ ही जिस नेता को संगठन या किसी वरिष्ठ नेता से नाराजगी है उससे तोमर अलग से बात भी करेंगे और संगठन को अवगत कराएंगे। आज पूरा दिन तोमर इंदौर में ही रहेंगे। वे इस दौरान वरिष्ठ नेताओं के घर भी मिलने जा सकते हैं।
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