Astrology-अगहन शुक्ल पक्ष एकादशी, मंगलवार, 14 दिसम्बर 2021 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज का भविष्यफल (predictions) । युगाब्ध-5123, विक्रम संवत 2078, राष्ट्रीय शक संवत-1943 सूर्योदय 06.43, सूर्यास्त 05.25, ऋतु – शीत।
आज का शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 37 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 49 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 05 बजकर 16 मिनट से 05 बजकर 40 मिनट तक। अमृत काल शाम 08 बजकर 42 मिनट से 10 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 06 मिनट से अगले दिन 04 बजकर 40 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त
राहुकाल दोपहर 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक। सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 09 बजकर 10 मिनट से 09 बजकर 51 मिनट तक रहेगा इसके बाद रात्रि 10 बजकर 54 मिनट से 11 बजकर 49 मिनट तक। भद्रा सुबह 10 बजकर 30 मिनट से रात्रि 11 बजकर 35 मिनट तक।
ज्योतिष (Astrology) के अनुसार एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन श्रद्धालु एकादशी व्रत रखते हैं। हिन्दू पचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास को अगहन भी कहा जाता है। वैसे तो मान्यता के अनुसार सत युग में देवों ने मार्गशीर्ष मास की प्रथम तिथि को ही वर्ष प्रारंभ किया था। इसी मास में कश्यप ऋषि ने सुन्दर कश्मीर प्रदेश की रचना की इस मास में यदि महोत्सवों का आयोजन होता है तो इसे अत्यंत शुभ माना जाता है।
कहा जाता है कि इस अगहन में श्रीमद भागवत ग्रन्थ को सुनने की विशेष महिमा है। अगहन मास को मार्गशीर्ष कहने के पीछे भी कई तर्क हैं। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अनेक स्वरूपों में व अनेक नामों से की जाती है। इन्हीं स्वरूपों में से एक मार्गशीर्ष भी श्रीकृष्ण का रूप है। इसलिए यह माह भगवान कृष्ण को समर्पित है। कहा जाता है कि इस माह में पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है। इससे पुण्य की मिलता है और पाप नष्ट हो जाते हैं. इस महीने में हर दिन विष्णु सहस्रनाम, भगवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करना चाहिए
मंगलवार को बजरंगबली की पूजा की जाती है। अधिकांश लोग मंगलवार को व्रत रखते हैं। स्कंद पुराण के अनुसार, मंगलवार के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था, इस कारण से यह दिन उनकी पूजा के लिए समर्पित कर दिया गया है। इस दिन सच्चे मन से पूजा करने पर बजरंगबली की खास कृपा होती है. मंगलवार को उपवास रखने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
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