इंदौर। एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। आज उसका पेपर था। वह मूल रूप से मुरैना का रहने वाला था। भंवरकुआं पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में किराए के कमरे में रहने वाले अमनसिंह तोमर ने कमरे में फांसी लगा ली। वह, इंदौर (Indore) डीएवीवी से इंजीनियरिंग कर रहा था। बीते कुछ दिनों से उसके पेपर चल रहे थे। आज भी उसका पेपर था। कल रात को उसने भाई से फोन पर बात भी की थी। फिर अमन के बारे में ऐसी खबर सुनने को मिली। उसके पिता रायपुर में सीआरपीएफ में कांस्टेबल हैं। पुलिस को आत्महत्या करने की वजह पता नहीं चल पाई है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि वह कहीं पढ़ाई को लेकर तनाव में तो नहीं था या फिर आत्महत्या का दूसरा कोई कारण तो नहीं है। पुलिस उसके मोबाइल की भी जांच करेगी, जिसमें पता लगाया जाएगा कि आखिरी बार उसकी किससे बात हुई थी। साथ ही अन्य सबूत भी खंगाले जाएंगे।
नाबालिग तड़पती रही, लेकिन बताया नहीं कि जहर खा लिया…
जहर खाने से एक नाबालिग की मौत हो गई। 16 साल की खुशी पिता राजन निवासी संविद नगर को जहर खाने के चलते एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। खुशी की बड़ी बहन के अनुसार वह एक भाई और तीन बहनें हैं। रविवार को जब शाम को बड़ी बहन घर पहुंची तो खुशी को उल्टियां हो रही थीं। उसने मां से कहा कि उसे नींबू पानी पिला दें। इसके बाद मां ने उसे नींबू पानी पिलाया तो वह मां से कहने लगी कि तुम काम पर चली जाओ। खुशी की तबीयत बिगडऩे लगी। इस पर उसे अस्पताल ले जाया गया तो पता चला कि यह जहर खाने का केस है। उसकी बहन ने उससे जहर खाने का कारण पूछा और यह भी कहा कि किसी ने तुझे जहर खिलाया तो वह नहीं बता रही थी। मौत होने तक उसने घरवालों को कुछ भी नहीं बताया। खुशी 10वीं की छात्रा थी। रविवार होने के चलते वह घटना वाले दिन स्कूल नहीं गई। वह मोबाइल रखती थी। अब मोबाइल में ही जहर से संबंधित राज जुड़े हो सकते हैं, जिसकी जांच की जाएंगी।
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