भोपाल। बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब का क्षेत्र बन रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस सिस्टम के आज उत्तरी आंध्रा तट पहुंचकर गहरा अवदाब में तब्दील होने की उम्मीद है। इस वजह से आज से ही प्रदेश के दक्षिणी और कुछ पूर्वी क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इस सिस्टम के प्रभाव से जबलपुर, शहडोल, होशंगाबाद, इंदौर संभाग के जिलों में बरसात शुरू होने की उम्मीद है। राजधानी में भी दोपहर बाद बादल छाने के साथ हल्की बौछारें पडऩे की उम्मीद है। इस सिस्टम के प्रभाव से दो-तीन दिन तक अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुककर बौछारें पड़ सकती हैं। इसके बाद 14 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उसका असर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 17 अक्टूबर को दिखने लगेगा। एक के बाद एक सिस्टम बनने से मानसून के अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में विदा होने की संभावना बढ़ गई है।
दशहरे से पहले ही अच्छी ठंड के आसार
शहर में दशहरे के पहले ठंड बढ़ जाएगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि रात के तापमान में 3-4 डिग्री तक गिरावट हो सकती है। शहर में 24 घंटे में रात के तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट हुई। यह 19.8 डिग्री दर्ज किया गया। दिन का तापमान 33.7 डिग्री दर्ज किया, इसमें 0.5 डिग्री का इजाफा हुआ। मौसम वैज्ञानिक एवं ड्यूटी ऑफिसर पीके साहा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अति कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया है। सोमवार को यह अत्यधिक निम्न दाब के क्षेत्र में बदलेगा। इससे मंगलवार को हल्के बादल छाने और बूंदाबांदी होने की संभावना है। बुधवार को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। दिन और रात के तापमान में दोगुने तक का अंतर आ गया। धूल भी बढ़ गई है। इस वजह से 25 फीसदी तक एलर्जी के मरीज बढ़ गए हैं। सर्दी-जुकाम, छींक, खांसी, आंखें लाल होना जैसी समस्याओं से लोग परेशान हो रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों में भी इस तरह की शिकायतें बढ़ी हैं। अक्टूबर में मौसम का संधिकाल होता है और इस महीने तापमान सेट होता है। दिन अपेक्षाकृत गर्म और रातें ठंडी होने लगती हैं। खास बात यह है कि कई बार रात के तापमान से दिन का तापमान दोगुना तक होता है। इस वजह से सीजन में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। शहर के विभिन्न अस्पतालों में इन दिनों ऐसे मरीजों की भीड़ लग रही है।
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