नई दिल्ली । वर्ष 2023 साल का अंतिम सूर्य ग्रहण (Last Solar Eclipse of the year 2023) आज 14 अक्टूबर को (Today On October 14) रात 8 बजकर 34 मिनट पर (At 8:34 pm) लगेगा (Will Take Place) ।
वैदिक पंचांग के अनुसार समय-समय पर सूर्य और चंद्र ग्रहण पड़ते हैं, जिसका प्रभाव मावन जीवन और देश- दुनिया पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण तब पड़ता है जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तब चांद के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए पूरी तरह से ढक जाता है। इस प्रक्रिया को ही सूर्य ग्रहण लगना कहते हैं। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
साल का दूसरा सूर्यग्रहण अश्विन माह की अमावस्या तिथि यानि 14 अक्टूबर को रात 8 बजकर 34 मिनट पर लगेगा और मध्य रात्रि 02:25 पर समाप्त होगा। इस ग्रहण को लेकर लोगों में तरह -तरह के विचार आ रहे हैं। लेकिन इस दिन पितृ और शनि अमावस्या का भी संयोग बन रहा है। इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। दूसरी ओर 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा है। ज्योतिष के अनुसार एक महीने में दो ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जा रहा है। जिसका प्रभाव धरती पर प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, बड़े देशों में युद्ध की स्थिति के रूप में देखा जा रहा है।
ज्योतिष अनुसार जब भी सूर्य ग्रहण पड़ता है, तो ये जरूरी नहीं है कि उसका प्रभाव पूरी पृथ्वी पर पड़े। इसलिए इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, आदि जगहों पर दिखाई देगा।
भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होंगे। इसलिए ग्रहण के दौरान भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए सामान्य दिनचर्या होगी। वैसे सूर्य ग्रहण के सूतक 12 घंटे पहले शुरू हो जाते हैं और जब तक सूर्य ग्रहण रहता है तब तक रहते हैं।
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