नई दिल्ली. विदेश मंत्री (Foreign Minister) एस जयशंकर (S Jaishankar) ने रविवार को कहा कि कुछ देशों में चल रहे युद्ध (war) और अनिश्चितता के बीच कई देश भारत (India) के साथ दोस्ती करना चाहते हैं. अपने ओडिशा (Odisha) दौरे के दूसरे दिन एक सभा में ‘विश्व बंधु भारत’ विषय पर बोलते हुए जयशंकर ने दुनिया भर में साझेदारी करने की भारत की क्षमता का उल्लेख किया. उन्होंने अमेरिका, यूरोप, रूस, अफ्रीकी देशों, इजराइल, खाड़ी और अरब देशों सहित विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों के बारे में बताया.
जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि अन्य देशों में चल रहे युद्ध के बावजूद भारत ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर जोर देते हुए अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न मोर्चों पर सभी देशों के साथ सहयोग कर सकता है.
जयशंकर ने कहा, “हम अमेरिका और यूरोप के साथ-साथ रूस और अफ्रीकी देशों के साथ भी मिलकर काम कर सकते हैं. इसी तरह भारत एक तरफ इजराइल और दूसरी तरफ खाड़ी और अरब देशों से दोस्ती कर सकता है.” उन्होंने अपने राष्ट्रीय हितों के लिए विभिन्न देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने में सक्षम एक राष्ट्र को ‘विश्व बंधु’ की संज्ञा दी.
वैश्विक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार की पहल पर चर्चा करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने तीन पाइपलाइन परियोजनाओं का उल्लेख किया, जिसके जरिए संयुक्त अरब अमीरात के माध्यम से भारत को यूरोप से जोड़ना, ईरान और रूस से गुजरने वाले अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर की स्थापना करना और ओडिशा तट और पूर्वोत्तर क्षेत्र के माध्यम से वियतनाम और हिंद-प्रशांत को जोड़ने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा, ”सऊदी अरब, ईरान, रूस, सिंगापुर, वियतनाम और अन्य देश भारत के साथ दोस्ती करना चाहते हैं। इससे निवेश, रोजगार और कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी.”
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