- आज रात 8.36 बजे चंद्रोदय के साथ व्रत होगा पूर्ण-चिंतामण गणेश का हुआ विशेष श्रृंगार-सुबह 5 बजे से पट खुले
उज्जैन। आज कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत कर रही है। इस दौरान वे निर्जल निराहार रहकर देर शाम चांद के दर्शन कर व्रत पूर्ण करेगी। इस अवसर पर आज सुबह से प्रसिद्ध चिंतामण गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुबह 5 बजे से पट खोल दिए गए। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि आज रोहिणी नक्षत्र में वृषभ राशि के चंद्रमा की साक्षी में करवा चौथ का पर्व विशेष महत्व रखता है। क्योंकि चंद्रमा आज के दिन अपनी उच्च राशि में विद्यमान रहेगा। इस दौरान व्रत उपवास रखना सभी के लिए शुभ फलदायी होगा। उन्होंने बताया कि पंचांग गणना के अनुसार आज रात 8 बजकर 36 मिनिट पर चंद्रोदय होगा। जिसका पूजन अर्चन कर महिलाएं अपना करवा चौथ का व्रत पूर्ण कर सकेगी। इधर करवा चौथ के एक दिन पहले बाजारों में महिलाओं ने पूजन सामग्री और करवे आदि की दिनभर खरीदी की। इसके साथ ही कल ब्यूटी पार्लरों पर भी महिलाओं की भीड़ रही। करवा चौथ के व्रत के साथ आज के दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाने से लेकर संपूर्ण श्रृंगार करती है तथा विभिन्न शुभ मुहूर्तों में भगवान गणेश तथा करवा माता की पूजा करती है।
इधर प्रसिद्ध श्री चिंतामण गणेश मंदिर में भी आज दर्शनों का विशेष महत्व रहता है। मंदिर के पुजारी शंकर गुरू ने बताया कि करवा चौथ के अवसर पर आज तड़के 5 बजे से ही मंदिर के पट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए है। रात्रि 10 बजे तक पट खुले रहेंगे। मंदिर के पट खुलने से पहले आज तड़के भगवान श्री गणेश का संपूर्ण स्वरूप में विशेष मनोहारी श्रृंगार किया गया। तत्पश्चात उनकी विधिवत आरती और पूजन किया गया। आज के दिन भगवान गणेश के दर्शन करने से सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। चिंतामण गणेश मंदिर पर आज सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी थी। शहर के अन्य मंदिरों में भी गणेश पूजन और श्रृंगार आदि किए जा रहे हैं। आज रात 8.36 बजे चंद्रोदय होगा। इसी के साथ महिलाएं चंद्रमा का पूजन कर अपने व्रत का समापन करेंगी। इस साल यह व्रत रविवार के दिन रोहणी नक्षत्र एवं अपनी उच्च राशि वृषभ में चंद्रदेव के भ्रमण के समय किया जाएगा। करवाचौथ को रोहणी नक्षत्र और उच्च राशि में चंद्रदेव का भ्रमण व्रत करने वाली स्त्रियों के मन को शीतलता देगा। आज करवाचौथ का व्रत 5 साल बाद पड़ रहा है, इससे पहले 2017 करवाचौथ रविवार की थी। इस दिन शिव-पार्वती, गणेश कार्तिकेय के साथ चंद्रदेव की पूजा का विधान है। आज के दिन एवं अपनी उच्च राशि में चंद्रमा के रहते हुए इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ गया है।