उज्जैन। पिछले 3 दिनों से कोरोना विस्फोट के साथ तीसरी लहर में सौ से अधिक मरीज रोज जुड़ रहे हैं। आज सुबह जारी 1905 सेम्पलों की रिपोर्ट में से 107 नये मरीज सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 104 मरीज उज्जैन शहर के मिले हैं। तहसीलों में नागदा और तराना में भी क्रमश: 2 और 1 पॉजीटिव पाए गए हैं। कल अस्पतालों से ठीक होने पर 22 मरीजों की छुट्टी भी की गई। कोरोना की तीसरी लहर पीक पर है। यही कारण है कि पिछले 3 दिनों से जिले में सौ से ज्यादा कोरोना के नये केस रोज आ रहे हैं। आज सुबह भी 107 मरीजों की हेल्थ बुलेटिन में पुष्टि हुई है। बताया गया है कि तहसीलों में सिर्फ तीन मरीज मिले हैं, जबकि उज्जैन शहर के ही 104 केस नये आए हैं। जब से जिले में कोरोना के केस सैकड़ा पार कर रहे हैं तब से संक्रमण की दर में भी सवा 200 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल आया है। चार दिन पहले जिले में पॉजीटिव रेट 4.2 प्रतिशत था जो अब 8 प्रतिशत से ऊपर चल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि नये वैरिएंट का संक्रमण अब कम्यूनिटी लेबल पर फैल चुका है। यही कारण है कि शहर से लेकर जिले की तहसीलों और गाँवों में थोकबंद कोरोना के केस सामने आने लगे हैं। कल देर रात आए 107 नये मामलों के बाद अब कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 709 तक पहुंच गई है।
अस्पतालों में 15, होम आईसोलेशन में 694
आज फिर आए 107 कोरोना मरीजों में से 3 को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता स्वास्थ्य विभाग ने मानी है। इन तीन नये मरीजों के साथ उज्जैन और बडऩगर के अस्पतालों में कुल 15 मरीज भर्ती हो गए हैं। इनमें से 12 मरीज कोविड अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि 3 मरीजों को कोविड केयर सेेंटरों में रखा गया है। कुल एक्टिव 709 मरीजों में से 694 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है और उनका उपचार किया जा रहा है।
आगे रहकर कंट्रोल रूम फोन कर रहे लोग
आरआर टीम के प्रभारी डॉ. रौनक एलची के मुताबिक शहरी क्षेत्र में तैयार किए गए कंटेनमेंट झोन जहाँ होम आईसोलेटेड मरीजों को घरों में रखकर उपचार किया जा रहा है। कंट्रोल रूम से अलग-अलग टीम को सुबह शाम मरीजों की स्वास्थ अपडेट लेने की जवाबदारी दी गई है। आवश्यकता पडऩे पर मरीज को वीडियो कॉल कर दवाओं के बारे में बताया जा रहा है और स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा जिन लोगों को कोरोना बीमारी से संबंधित जानकारी चाहिए उनके लिए 1075 कॉल सेंटर नंबर पर भी सेवा दी जा रही है। लोग इस नंबर पर आगे रह कर कॉल कर रहे हैं। कल दिनभर में इस तरह के 26 लोगों ने कॉल किया और बीमारी के लक्षणों से लेकर उपचार व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
फिर जेल तक पहुँचा कोरोना
कोरोना की पहली तथा दूसरी लहर में केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ के स्टाफकर्मियों के साथ-साथ बंदियों समेत 47 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। इस बार भी तीसरी लहर में कोरोना जेल में दस्तक दे चुका है। पिछले एक हफ्ते में यहाँ कोरोना के संक्रमण से 7 बंदी शिकार हो चुके हैं। जेल सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में दो से तीन दिन की देरी के कारण जेल में कोरोना फैला है। पिछले दिनों यहाँ कुछ बंदियों को लाया गया था लेकिन बैरक में शिफ्ट होने के दो दिन बाद एक बंदी की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई थी और बाद में जाँच कराई गई तो कुछ और बंदी में कोरोना के लक्षण मिले थे। इसके बाद से जेल प्रशासन ने नए बंदियों को बैरक में रखने की अलग व्यवस्था कर दी है। नए बंदियों को अब जाँच रिपोर्ट आने तक सामान्य बंदियों से अलग रखा जा रहा है।
कोरोना मरीजों के लिए चरक अस्पताल में 450 बेड आरक्षित, प्रभारी मंत्री ने देखे
उज्जैन। कल नगर में आए प्रभारी मंत्री चरक अस्पताल भी गए और उन्हें बताया गया कि कोरोना संक्रमितों के लिए 450 बेड चरक अस्पताल में आरक्षित किए गए हैं, इनमें ऑक्सीजन बेड भी शामिल हैं। कोरोना की शहर में अभी संक्रमितों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। प्रभारी मंत्री देवड़ा ने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार कोरोना से निपटने के लिए की गई अस्पतालों की तैयारियों को भी देखा। उनके साथ सांसद अनिल फिरोजिया भी थे तथा बताया गया कि अन्य अस्पतालों में भी बेड आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी व्यवस्था रखने के लिए कहा गया है।
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