वाराणसी: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर के सर्वे के दौरान कथित तौर पर शिवलिंग मिलने के बाद कोर्ट के आदेश से मस्जिद में स्थित वजूखाने को सील कर दिया गया है. इसके बाद से ही मस्जिद की देखभाल करने वाली अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी की ओर जुमे की नमाज को लेकर एडवाइजरी जारी की जा रही है.
एक बार फिर अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी ने लोगों से कम संख्या में ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज पढ़ने की अपील की है. कमेटी अपील कर रहा है कि लोग अपने मोहल्ले में ही नमाज अदा करें जिन लोगों को ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज अदा करने आना भी है तो वे वजू करके ही आए. मसाजिद कमेटी ने सार्वजनिक तौर पर पत्र जारी भी किया है.
अंजुमन इंतजामियां मसाजिद कमेटी ने अपनी चिट्ठी में लिखा, ‘जैसा कि आप हज़रात को मालूम है कि शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी बनारस का मुकदमा इस वक्त मकामी अदालत के साथ साथ हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है और यहां की मुकामी अदालत ने जामा मस्जिद के वजू खाने और इस्तिनजा खाने ‘शौचालय’ को सील कर दिया है.’
कमेटी ने चिट्ठी में आगे लिखा, ‘इस मसले के हल के लिये हर मुमकिन कोशिश जारी है. अल्लाह करे जल्द ही इस परेशानी का हल निकल आए. वजू खाना और इस्तिनजा खाना ‘शौचालय’ सील हो जाने से नमाजे पंजगाना में वजू और इस्तिनजा ‘शौचालय’ की दिक्कत पेश आ रही है. जुमा में नमाजियों की तादाद ज्यादा रहती है इसलिये ये दिक्कत ज्यादा पेश आएगी.’
चिट्ठी में आगे लिखा, ‘इस मजबूरी की वजह से तमाम लोगों से अन्जुमन इन्तेजामिया मसाजिद बनारस की जानिब से यह अपील की जाती है कि बहुत बड़ी तादाद में नमाज के लिये आने से परहेज करें और हर बार की तरह इस बार भी जुमा की नमाज अपने अपने मुहल्ले ही में अदा करें. साथ ही जो लोग नमाजे जुमा के लिये आएं वह वजू करके आएं.’
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