इंदौर। भिक्षुकमुक्त इंदौर अभियान (beggar free indore campaign) अब तेज कर दिया गया है। कल चार मंदिरों के बाहर रेस्क्यू अभियान (rescue operation) और भिक्षुकों को हटाने के बाद आज शहर के तीन और मंदिरों के बाहर से भिक्षुकों को हटाया जाएगा। इसी के साथ चौराहों पर गाडिय़ों के पास आकर भीख मांगने और सामान बेचने (begging and selling goods) वालों को भी यहां से जाने के लिए समझाइश दी जाएगी।
आज चिडिय़ाघर के सामने स्थित हनुमान मंदिर, मल्हारगंज के शनि मंदिर और श्री रणजीत हनुमान मंदिर के बाहर संस्था परम पूज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर (Rakshak Adinath Welfare) एंड एजुकेशनल सोसायटी भिक्षुकों (Educational Society Monks) को हटाने के लिए अभियान चलाएगी। दोपहर तक इन मंदिरों के बाहर से भिक्षुकों को समझाइश देकर हटाया जाएगा। रेस्क्यू किए भिक्षुकों को परदेशीपुरा के भिक्षुक पुनर्वास केंद्र (Beggar Rehabilitation Center in Pardeshipura) भेजा जाएगा। इसके अलावा संस्था उन लोगों को भी समझाइश देगी, जो शहर के चौराहों पर भीख मांगते हैं।
भंवरकुआं, व्हाइट चर्च चौराहा, लैंटर्न चौराहा और एलआईजी चौराहा (Lantern intersection and LIG intersection) पर फिलहाल संस्था ने 12 ऐसे लोगों को चिह्नित किया है, जिनसे आज जाकर काउंसलिंग की जाएगी। संस्था के सदस्य इनसे इनके मूल स्थान की जानकारी लेने के साथ ही इन्हें चौराहों से हटने की समझाइश देंगे।
कई बार बदतमीजी की भी शिकायतें
संस्था की रूपाली जैन ने बताया कि शनिवार को शहर के शनि मंदिरों के बाहर एक साथ दो सौ से तीन सौ लोग पहुंच जाते हैं, जिससे काफी परेशानी होती है। वहीं चौराहों पर सामान बेचने और भीख मांगने के दौरान लोगों से कई बार बदतमीजी भी की जाती है, जिसके चलते अब इन लोगों से भी काउंसलिंग की जा रही है।
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