नई दिल्ली। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा खगोलीय और ज्योतिष गतिविधियों की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। कार्तिक पूर्णिमा यानि आज के दिन सदी का सबसे बड़ा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण आज यानि 19 नवंबर को लग रहा है।
भारतीय ज्योतिष में ग्रहण की घटना को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। ग्रहण को अक्सर लोगों द्वारा अशुभ माना जाता है। इस बार का चंद्र ग्रहण कई राशियों की परेशानी बढ़ रहा है। ज्योतिष गणना के अनुसार आज चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है। इसके साथ साथ ही इस दिन कृत्तिका नक्षत्र है। इसलिए वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। आइए जानते हैं कौन सी चार राशियों पर चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव पड़ेंगे।
वृषभ राशि- 19 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लग रहा है। इसलिए इस राशि के जातकों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। चूंकि वृषभ राशि में पाप गृह राहु भी विराजित हैं जो भ्रम की स्थिति उत्पन्न करते हैं ऐसे में वृषभ राशि के जातकों को आर्थिक मामलों और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में सावधानी बरतने की जरूरत है।
सिंह राशि- साल का अंतिम चंद्र ग्रहण कृतिका नक्षत्र में लग रहा है। कृतिका नक्षत्र का स्वामी ग्रह सूर्य है और सिंह राशि का स्वामी ग्रह भी सूर्य है। इसलिए सिंह राशि पर भी इस चंद्र ग्रहण का खास असर देखने को मिलेगा। ऑफिस में शांत बने रहने का प्रयास करें। अपने अधिकारों को दुरुपयोग न करें। सेहत के मामले में लापरवाही न बरतें।
तुला राशि- तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है और शुक्र और चंद्रमा शत्रु ग्रह हैं। इसलिए आपको धन संबंधी मामलों में समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके साथ ही दांपत्य जीवन में भी तनाव की स्थिति बन सकती है। अपनी वाणी पर संयम रखने का प्रयास करें।
कुंभ राशि- चूंकि कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि है और यह चंद्रमा का शत्रु ग्रह भी है। इसलिए चंद्र ग्रहण के बाद कुम्भ राशि के जातकों को संबंधों के मामले में सचेत रहना होगा। अगर आप कोई बड़ी पूंजी निवेश करने की सोच रही हैं, तो थोड़े दिन रुक जाएं। सकारात्मक बने रहें और अपनी मेहनत में कमी न रखें।
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