ग्वालियर से रवीन्द्र जैन
प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के बीच भाजपा प्रत्याशी एवं मंत्री इमरती देवी ने बड़ा खुलासा किया है कि सिंधिया समर्थक कांग्रेस विधायक कमलनाथ सरकार को टिकाए रखने के लिए हर महीने पैसा लेते थे। इमरती ने पैसा लेने वाले जिन विधायकों के नाम उजागर किए हैं, वे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी हैं और वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इमरती ने कांग्रेस विधायकों को पैसा दिए जाने की बड़ी से बड़ी जांच कराने का दावा किया है। इमरती का एक वीडियो अग्निबाण के पास है, जिसमें वे कुछ पत्रकारों से चर्चा में यह दावा कर रही हैं कि कांग्रेस विधायकों को हर महीने पैसा पीसीसी से बंटता था। यदि इसकी जांच कराई गई तो पूरा मामला उजागर हो सकता है। साथ ही कहा कि इसकी बड़ी से बड़ी जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब वे कमलनाथ सरकार में मंत्री थीं, तब हमारे ही लोग (कांगे्रस विधायक)पैसा लेते थे। उल्लेखनीय है कि इमरती देवी ने पिछले हफ्ते बयान दिया था कि कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, तब विधायकों को हर महीने पांच-पांच लाख रुपए देते थे। इस बयान से राजनीति में हडकंप मच गया था। इमरती के नए वीडियो पर अभी तक कांग्रेस या भाजपा की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ये विधायक लेते थे पैसा
इमरती ने कमलनाथ सरकार में प्रदेश कांगे्रस कार्यालय से हर महीने पैसा लेने वाले कुछ विधायकों के नाम भी गिनाए हैं। जिनमें कांग्रेस सरकार के समय भांडेर से कांग्रेस विधायक रहीं रक्षा संतराम सिनोतिया, अंबाह विधायक कमलेश जाटव, गोहद विधायक रणवीर जाटव, करैरा विधायक जसवंत जाटव, पोहरी विधायक सुरेश धाकड़ के नाम शामिल हैं। बतौर इमरती ये इस बात की पुष्टि कर देंगे कि कमलनाथ सरकार के समय विधायकों को पैसा जाता था या नहीं।
मंत्रियों पर था 3 से 5 विधायकों का जिम्मा
कमलनाथ सरकार के समय कमाई वाले विभाग के मंत्री को 3 से 5 कांग्रेस एवं अन्य विधायकों का जिम्मा था। संबंधित मंत्री को विधायक का काम कराने से लेकर अन्य समस्याओं का समाधान भी करना था। इमरती देवी कमलनाथ सरकार में भी महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री थीं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved