नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए कोविड टीकाकरण अभियान तेज करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वैक्सीन की किल्लत इसमें बाधा बन रही है। केंद्र सरकार को उम्मीद है कि कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता अगले महीने से बढ़ जाएगी। सरकार का अनुमान है कि 18 से 44 साल के लोगों के लिए वैक्सीन की किल्लत जुलाई से दूर हो जाएगी, जिसके बाद दिसंबर तक पूरी वयस्क आबादी (करीब 94 करोड़) का टीकाकरण का लक्ष्य है।
केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि अगस्त से दिसंबर के बीच देशभर में 200 करोड़ वैक्सीन की डोज उपलब्ध होंगी, जिससे 18 से 44 साल वाले आयु वर्ग के लोगों को तेजी से टीकाकरण किा जा सकेगा। साथ ही सरकार ने कहा कि इस साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा।
अब तक हर रोज 15 लाख डोज लगीं
देश में 16 जनवरी को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर कोरोना के खिलाफ जंग की शुरुआत की गई थी। 16 जनवरी से चल रहे टीकाकरण अभियान के आज शनिवार को चार महीने यानी 120 दिन पूर हो रहे हैं। इन 120 दिनों में भारत में अब तक करीब 18 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई गई है। अगर औसत की बात करें, तो एक दिन में भारत ने अब तक 15 लाख वैक्सीन के डोज लगाए हैं।
हालांकि, पिछले चार महीने में टीकाकरण की रप्तार सुस्त जरूर हुई है, लेकिन फिर भी औसतन 15 लाख डोज के हिसाब से एक दिन में वैक्सीन लगाई गई हैं। अब एक बार फिर वैक्सीन लगाने की रफ्तार में तेजी देखी गई है। पिछले सप्ताह देश में एक दिन में औसतन 17 लाख वैक्सीन के डोज लगाए गए हैं। सरकार का अनुमान है कि जुलाई के अंत तक वैक्सीन की सप्लाई में बढ़ोतरी होगी।
पांच गुना ज्यादा वैक्सीन लगानी होंगी प्रतिदिन
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक, देश में अनुमानित वयस्क आबादी करीब 94 करोड़ है और इस आबादी का टीकाकरण करने के लिए 188 करोड़ वैक्सीन की डोज की जरूरत होगी। वयस्क आबादी को वैक्सीन लगाने के लिए साल के बाकी 231 दिनों में 170 करोड़ डोज की जरूरत होगी। यानी अगर सप्ताह के सातों दिन जोड़ लिए जाए, तो हर दिन करीब 73.6 लाख खुराकें लगानी होंगी। इस तरह से देखें तो अभी जो टीकाकरण की रफ्तार है, उसके औसत के हिसाब से करीब पांच गुना ज्यादा वैक्सीन की डोज रोजाना लगानी होंगी।
टीकाकरण: अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगा भारत
देश में हर दिन 90 लाख डोज लगाई जाएंगी। अबतक किसी देश ने एक दिन में इसकी आधी डोज भी नहीं लगाई हैं। भारत के नाम ही एक दिन में सबसे ज्यादा डोज लगाने का रिकॉर्ड है, जो उसने 5 अप्रैल को बनाया था, तब एक दिन में 41.6 लाख डोज लगाई गई थीं। चुनौती सिर्फ सप्लाई की नहीं है, इसके लिए टीकाकरण केंद्रों की संख्या और मैनपावर भी कई गुना बढ़ाना होगा।
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