सीधी: अगर बच्चे पर संकट आए तो मां उसे बचाने के लिए क्या कुछ नहीं करती। कभी-कभी तो वह अपनी जान की परवाह किए बैगर मौत तक से भिड़ जाती है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के सीधी जिले से सामने आया है। यहां घर के बाहर एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ अलाव ताप रही थी। तभी एक तेंदुआ दबे पांव आया और बगल में बैठे 6 साल के बच्चे को उठा ले गया। मासूम बच्चे की मां ने तेंदुए का एक किलोमीटर दूर तक पीछा किया और उससे भिड़ गई। हालांकि, महिला तेंदुए के हमले से घायल हो गई, लेकिन वो अपने बच्चे को मौत के मुंह से बचा लाई।
ये मामला सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक के संजय टाइगर बफर जोन टमसार रेंज में पड़ने वाले बाड़ीझरिया गांव का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाड़ीझरिया गांव चारों ओर से जंगल और पहाड़ियों से घिटा हुआ है। बता दें कि 28 नवंबर की देर शाम किरण बैगा अपने बच्चों के साथ अलाव ताप रही थी। उसका पति शंकर बैगा किसी काम से घर से बाहर गया हुआ था। एक बच्चा अपनी मां (किरण बैगा) की गोद में बैठा था तो दो पास में बैठकर अलाव ताप रहे थे। इस बीच पीछे से एक तेंदुआ आया और बगल में बैठे बेटे राहुल को जबड़े में दबाकर जंगल की तरफ भाग गया।
उसने बेटे को तेंदुए को ले जाते हुए देखा तो वह तुरंत डंडा लेकर उसके पीछे-पीछे भागी। किरण ने बताया कि उसने तेंदुए को करीब एक किलोमीटर दूर तक पीछा किया। तो वह उसके बेटे (राहुल) को पंजों से दबोच कर बैठा मिला। इसके बाद वो डंडा लेकर तेंदुए से भिड़ गई। उसने जैसे-तैसे बच्चे को तेंदुए से छुड़ा लिया और उसे अपनी बांहों में कसकर लिपटा लिया। इस दौरान तेंदुए ने जब किरण पर हमला किया तो महिला ने उसके पंजे हाथ से पकड़ लिए और उसे दूर को फैंक दिया। इतने में शोर सुनकर अन्य ग्रामीण भी वहां आ गए। इससे तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया।
बच्चे को बचाने के बाद महिला बेहोश हो गई। घटना की सूचना संजय टाइगर रिजर्व के अमले को दी गई। वन विभाग टमसार रेंज की टीम तुरंत किरण के घर पहुंची और सभी घायलों को इलाज के लिए कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया। तेंदुए के हमले में बच्चे के गले, पीठ और बाईं आंख में गंभीर चोट आई है। वहीं किरण बैगा के शरीर में भी नाखून से खरोंच के निशान हैं।
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