बोर्ड परीक्षा…. विद्यार्थी अंदर… अभिभावक बाहर दे रहे इंतजार की परीक्षा
नकल रोकने और अनाधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पर सख्ती
इंदौर। आज कक्षा 12वीं के हिंदी (Hindi) विषय का पहला प्रश्न पत्र है। सुबह 9 से 12 बजे तक 3 घंटे परीक्षा का समय निर्धारित किया गया है। नकल रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पहली बार परीक्षा केंद्रों पर सभी ड्यूटी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के लिए परिचय पत्र लगाना अनिवार्य किया है। इससे नकल रोकने और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर सीधे पहचान की दृष्टि से लागू किया गया है।
इंदौर जिले में 137 परीक्षा केंद्रों पर कक्षा 12वीं के तकरीबन 39 हजार विद्यार्थी आज से शुरू हो रही परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। शहरी क्षेत्र में 64 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से जो परीक्षा केंद्रों की सूची जारी हुई है, उसमें ऐसे हजारों की संख्या विद्यार्थी हैं, जिन्हें अपने घर या स्कूल से 6 से 15 किलोमीटर दूर परीक्षा देने भी जाना पड़ रहा है। अभिभावक को परिजन विद्यार्थियों को लेकर परीक्षा केंद्र पर सुबह 8.15 बजे तक पहुंच रहे हैं। कई अभिभावक ऐसे भी हैं, जो परीक्षा खत्म होने तक अपने बच्चों का केंद्र के बाहर ही इंतजार कर रहे हैं। कल दसवीं के पेपर में भी इस प्रकार की स्थिति अभिभावकों की देखी गई थी। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार केंद्राध्यक्ष से लेकर चपरासी तक सभी को परिचय पत्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र पर शिक्षक, प्राचार्य केंद्र अध्यक्ष, सहायक या अन्य कोई जिसकी परीक्षा में ड्यूटी लगाई हो, उसे परिचय पत्र लगाना अनिवार्य है। पहली बार परिचय पत्र की व्यवस्था बोर्ड की ओर से की गई है, जिसमें नाम, परीक्षा केंद्र, परीक्षा क्रमांक और इसकी वैधता लिखना अनिवार्य है। परिचय पत्र पर केंद्राध्यक्ष की हस्ताक्षर एवं मुद्रा का उल्लेख किया गया है। दरअसल इस कवायद के पीछे आशय यह है कि परीक्षा केंद्र पर अनाधिकृत व्यक्ति को सीधे पहचान हो सके और नकल जैसी घटनाएं ना हो।
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