- बड़े बाजारों को छूट देने के लिए नेताओं ने लगाया दम तो कई ने मैरिज गार्डन वालों से पैसा वापस दिलाने की राहत भी मांगी
इंदौर। शहर को और छूट मिलने के फैसले के पहले भाजपा कार्यालय में ताई की मौजूदगी में वरिष्ठ नेताओं में करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा चली। बैठक में कुछ नेताओं ने शहर के बड़े बाजारों को खोलने पर जोर दिया तो शादी नहीं होने पर मैरिज गार्डन वालों से पैसा वापस लेने की मांग भी सामने आई।
बैठक में ताई के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूसिंह रघुवंशी, गोपीकृष्ण नेमा, गोविंद मालू, प्रमोद टंडन के अलावा मंत्री सिलावट और ठाकुर एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि बड़े बाजारों को छूट दी जाए, जिससे बचा हुआ शादी का सीजन वे कर सकें, क्योंकि पहले ही उन्हें बहुत नुकसान हो चुका है। विधायकों का कहना था कि बाजारों को ऑड-ईवन या कुछ घंटे के लिए खोला जाए, जिस तरह से माल डिस्पैच की अनुमति दी गई है। कार्यालय पर करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में मैरिज गार्डन, होटल और धर्मशालाओं में शादी करने के लिए दिया गया एडवांस लोगों को वापस दिलाने के लिए प्रशासन से आदेश निकलवाने के लिए भी कहा गया। इस पर तर्क दिया गया कि लोग पहले ही परेशान हैं और जब शादी नहीं हुई है तो किस बात का पैसा? इतने में एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शहर में जो करना है वह प्रशासन को बताओ, क्योंकि पहले भी हमारे नाम पर बहुत छिछालेदारी हो गई है। लोगों की हमको सुनना पड़ती है और हम ही लोगों के बीच जाते हैं, अधिकारी नहीं।