इंदौर। गर्मी के दिनों में (in summer) राहत पाने के लिए बिजली उपकरणों का बेतहाशा उपयोग किया जाता है। इससे बिजली बिल (electricity bill) भी ज्यादा आते हैं, लेकिन इस बार बारिश के समय में ज्यादा बिजली बिल (electricity bill) से बड़ी संख्या में उपभोक्ता परेशान हैं। बिजली कंपनी का कहना है कि रीडिंग के अनुसार ही बिजली बिल जारी हो रहे हैं।
महीने के आखिरी दिनों में बिजली कंपनी को टारगेट पूरा करना होता है। अगस्त के 4 दिन शेष बचे हैं और कंपनी को 30 करोड़ रुपए बिजली बिल के उपभोक्ताओं से अभी और जमा कराना हैं। इसके लिए शहर में बिजली कंपनी रोजाना तकरीबन 2000 बकायादारों की बत्ती गुल कर रही है। वहीं शहर में बने 30 बिजली वितरण केंद्रों पर आज शनिवार को भी बिल जमा होंगे। एक सप्ताह से ज्यादातर उपभोक्ता बिजली के बढ़े हुए बिल की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। लोगों का कहना है कि बारिश के समय में बिजली का उपयोग कम रहता है, मगर उनका बिल ज्यादा आ रहा है। भीषण गर्मी के दौरान शहर में बिजली की खपत 550 से 600 मेगावाट औसत रहती है, वहीं बारिश के समय 400 मेगावाट के करीब खपत रहती है। यानी इस समय बिजली का उपयोग गर्मी के मुकाबले शहरी क्षेत्र में कम होता है। लोगों की शिकायत पर बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं के यहां रीडिंग के अनुसार ही बिल दिए जा रहे हैं। हालांकि कुछ उपभोक्ता आकलित खपत के बिजली बिल लेकर भी झोन पर पहुंच रहे हैं, जिनकी शिकायत पर कुछ में सुधार तो कुछ में पार्ट पेमेंट जमा कराया जा रहा है।
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