उज्जैन। शराब कंपनियों ने अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए शराब पीने के फायदे बोतल पर लिख दिए जो कि घोर आपत्तिजनक है। जबकि शराब पीने से हर साल लाखों लोग मरते हैं। 1 मार्च 2024 से देश में शराब कंपनियां शराब की बोतल पर उसमें उपलब्ध न्यूट्रिशनल इंफॉर्मेशन (पोषक तत्वों की जानकारी) प्रदर्शित नहीं कर सकेंगी। नियमों का उल्लंघन करने पर ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा आदेश जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि ‘अल्कोहोलिक पेय में लेबल पर किलो कैलोरी में ऊर्जा (एनर्जी) की मात्रा के अतिरिक्त किसी भी प्रकार की पोषण संबंधी सूचना नहीं होगी। ऐसी ऊर्जा की मात्रा से संबंधित घोषणा स्वैच्छिक होगी।Ó एक्सपट्र्स की मानें तो केंद्र सरकार को इस संबंध में शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ शराब कंपनियां शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए इसमें उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी बॉटल पर प्रदर्शित कर रही हैं। जांच में यह बात सही पाए जाने के बाद शासन ने इस पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
क्या लिख रही हैं कंपनियां
प्रमुख शराब कंपनियां अपनी बोतलों पर शराब में मौजूद न्यूट्रिशनल इंफॉर्मेशन के नाम पर किलोजोलस (एनर्जी), कैलोरी, फेट, सेचुरेट्स, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, प्रोटीन और साल्ट की जानकारी प्रदर्शित कर रही हैं। ज्यादातर कंपनियों की बोतल पर एनर्जी और कैलोरी की मात्रा के बाद बाकी सभी चीजों को शून्य बताया जा रहा है। रसायन विशेषज्ञ डॉ. एसएल गर्ग ने बताया कि एनर्जी को लोग सकारात्मक रूप से देखते हैं। वहीं दूसरी ओर शुगर, कार्बोहाइड्रेट और फेट जैसी चीजों को नकारात्मक रूप से। इस तरह शराब की बोतलों पर एनर्जी की उपलब्धता बताना और नकारात्मक चीजों को शून्य बताना भी शराब पीने के लिए प्रोत्साहित करने वाला है।
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