नई दिल्ली: भगवान शिव को सोमवार का दिन बेहद प्रिय है और सावन का माह भगवान शिव की पूजा को समर्पित है. ऐसे में सावन के महीने में आने वाले सोमवार का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. अगर आप भी भोलेनाथ की कृपा पाना चाहते हैं, तो सावन के सोमवार के दिन विधिपूर्वक पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
8 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है. ऐसे में भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आप उनकी पूर्ण विधि से पूजा कर पूरे माह पूजा का फल प्राप्त कर सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन के सोमवार को जो भक्त विधिपूर्वक और श्रद्धाभाव से पूजा करते हैं, भगवान उनके सभी कष्टों को दूर करते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन का आखिरी सोमवार 8 अगस्त के दिन पड़ रहा है. इस दिन कुछ शुभ संयोग बन रहे हैं. ये संयोग इस दिन के धार्मिक महत्व को और अधिक बढ़ा रहे हैं. आइए जानते हैं इस दिन कौन से शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है. सावन के आखिरी सोमवार यानी कि 8 अगस्त के दिन पुत्रदा एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा. एकादशी के व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. सावन की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि सोमवार को पड़ रही है. इस दिन संतान प्राप्ति और पुत्र प्राप्ति की कामना रखते हुए विष्णु भगवान की उपासना की जाती है. इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ विष्णु भगवान की पूजा और उनका आशीर्वाद पाने का योग भी बन रहा है.
भगवान शिव को भोलेनाथ इसलिए ही कहा जाता है कि वे बहुत जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं. कहा जाता है कि भगवान शिव को जल मात्र से ही प्रसन्न किया जा सकता है. इस दिन सच्चे मन से जल में गंगाजल की कुछ बूंदे मिलाकर शिव जी का अभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. और पूरे माह पूजा जितना फल की प्राप्ति होती है. भगवान शिव का जलाभिषेक अभिजीत मुहूर्त में करें. साथ ही, जब जलाभिषेक करें तो इस मंत्र का जाप अवश्य करें- ओम नमः शिवाय. बता दें कि किसी भी शुभ कार्ये के लिए अभिजीत मुहूर्त को उत्तम माना गया है. 8 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा.
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