इंदौर। राज्य शिक्षा केंद्र प्रदेश में तीन वर्षों से 5वीं-8वीं की परीक्षा बोर्ड पद्धति पर करा रहा है। गत वर्ष परिणाम जारी करने के बाद गलतियों से सबक लेते हुए सभी जिला मुख्यालय पर निर्देश जारी किए गए हैं कि जिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा चुका है, उनमें से चुनिंदा उत्तर पुस्तिकाओं का रेंडमली मूल्यांकन कर व्यवस्था को अपने स्तर पर जांच ले। इसके लिए दो दिन का समय दिया गया है।
15 अप्रैल तक बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी करने की कवायद लगातार जारी है। पांचवी-आठवीं कक्षा के तकरीबन 25 लाख विद्यार्थियों ने पूरे प्रदेश में सहभागिता की थी। इंदौर जिले में इनकी संख्या 95 हजार के करीब रही। इन परीक्षाओं में मूल्यांकन के लिए इंदौर जिले को 4 लाख 43 हजार 387 उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हुई थीं। डीपीसी शांत स्वामी भार्गव ने बताया कि सभी मूल्यांकन पूरे कर लिए गए हैं। परीक्षा परिणाम जारी करने से पहले आरएसके (राज्य शिक्षा केन्द) की ओर से नए निर्देश आ गए हैं कि बीआरसी स्तर पर रेंडमली (चुनिंदा) उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन फिर से कर लिया जाए, ताकि किसी प्रकार की गलती परिणाम जारी करने में न हो और इसे ऑनलाइन पोर्टल पर क्लास चेक भी करना होगा। इसके लिए 10, 11 और 12 अप्रैल 3 दिन का समय निर्धारित किया गया था 10 अप्रैल को अवकाश होने के कारण आज और कल उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को जाचने की कवायद की जाएगी दरअसल गत वर्ष उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन और परिणाम तैयार करने में भारी विसंगतियां देखने को मिली थी जिसके कारण राज्य शिक्षा केंद्र की खूब किरकिरी हुई और परिणाम को फिर से जारी करना पड़ा था
शिक्षकों की माथा पच्ची
डीपीसी और बीआरसी स्तर पर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद शिक्षक व अधिकारी भी राहत महसूस कर रहे थे लेकिन आरएसके के नए निर्देश और उत्तर पुस्तिकाओं का फिर से मूल्यांकन करने के कारण शिक्षकों थोड़ी निराशा का भाव भी देखने को मिल रहा है कि उन्हें फिर से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन और पोर्टल पर दर्ज एंट्री को क्लास चेक करना होगा।
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