डेस्क। अमिताभ बच्चन का सोमवार को जन्मदिन है। वह पिछले पांच दशकों से हिंदी फिल्मों में सक्रिय हैं। 200 से ज्यादा फिल्में कर चुके हैं। उन्हें दादा साहेब फाल्के से लेकर पद्मश्री एवं पद्मभूषण पुरस्कार तक मिल चुका है। तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 16 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। बड़े पर्दे के साथ ही छोटे पर्दे पर भी उनकी उपस्थिति ने दर्शकों के दिलों में राज किया है। साल 2015 में फ्रांस की सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से नवाजा था। 1942 में पैदा हुए अमिताभ 11 अक्तूबर को 79 साल के हो जाएंगे।
अपनी इस लंबी जर्नी में उन्होंने पड़ाव देखे हैं। सुपरहिट फिल्में दी, तो लगातार फ्लॉप फिल्मों का दबाव भी झेला। लेकिन, उनके अनुशासन, कड़ी मेहनत और बाकी कलाकारों के साथ सामंजस्य की हर कोई तारीफ करता है। उनकी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी थी, जो कि 7 नवंबर 1969 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म उस वक्त बॉक्स ऑफिस पर कुछ कमाल नहीं कर पाई थी। फिल्मी दुनिया में जो पहचान और शौहरत अमिताभ को मिली उसकी हर एक्टर कामना करता है। आइए जब अमिताभ 79 साल के हो रहे हैं, ऐसे मौके पर आपको गुलाबों से भरा ट्रक भेजने वाला किस्सा सुनाते हैं…
अमिताभ ने किसी जमाने में दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को मनाने के लिए गुलाबों से भरा ट्रक भेजा था। यह वह वक्त था, जब श्रीदेवी सुपरस्टार थीं और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की फीमेल अमिताभ बच्चन तक बुलाया जाने लगा था। उनके रहने भर से ही फिल्म हिट हो जाती थी। जूली, सोला सावन और हिम्मतवाला फिल्म करने वाली श्रीदेवी का हर कोई दीवाना था। हिम्मतवाला फिल्म से पहचान कमाने वाली श्रीदेवी को चांदनी फिल्म ने रातों-रात मशहूर कलाकारों में शामिल कर दिया था।
इस फिल्म में ऋषि कपूर और विनोद खन्ना थे। मुख्य किरदार में श्रीदेवी थीं। यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई और तभी से श्रीदेवी को फीमेल अमिताभ बच्चन कहा जाने लगा। वहीं, श्रीदेवी ने अमिताभ के साथ काम करना बंद कर दिया था। उनका मानना था कि जिस फिल्म में अमिताभ हों, उसमें दूसरे कलाकारों के पास करने के लिए क्या रह जाता है।
ऐसे में जब मुकुल आनंद, अमिताभ के पास फिल्म ‘खुदा गवाह’ की स्क्रिप्ट लेकर पहुंचे, तो इंडस्ट्री के इस शहंशाह ने उनसे कहा कि वह चाहते हैं कि इस फिल्म की हीरोइन श्रीदेवी हों। इससे पहले श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन इंकलाब और आखिरी रास्ता फिल्म में साथ काम कर चुके थे। अमिताभ को यह पता था कि श्रीदेवी उनके साथ काम नहीं करेंगी। ऐसे में उनको ऐसा कुछ करना था जिसकी वजह से वो श्रीदेवी को अपने साथ फिल्म में काम करने के लिए मना सकें।
अमिताभ ने इसका एक हल निकाला। उस वक्त श्रीदेवी, फिरोज खान के साथ एक गाने की शूटिंग कर रही थीं। अमिताभ ने उस लोकेशन पर गुलाबों से भरा एक ट्रक भिजवाया। श्रीदेवी को पास बुलाकर ट्रक खाली कर दिया गया। इस तरह, अमिताभ की यह तरकीब काम कर गई और श्रीदेवी उनके साथ फिल्म करने के लिए मान गईं। उन्होंने शर्त भी रखी, जो थी कि वो इस फिल्म में डबल रोल करेंगी। श्रीदेवी इस फिल्म में मां और बेटी दोनों का किरदार निभाना चाहती थीं। इस तरह वो पहली हीरोइन बनीं जिन्होंने अमिताभ की फिल्म में डबल रोल किया। इस तरह खुदा गवाह फिल्म में अमिताभ और श्रीदेवी ने साथ काम किया।
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