आगर मालवा। कई दिनों से चले आ रहे असमंजस के बाद आखिरकार प्रसिद्ध बाबा बैजनाथ महादेव की 43 वीं शाही सवारी सावन के अंतिम सोमवार को सुबह सुबह प्रशासन के साए में नगर में निकाली गइ। इस सवारी में परम्परा निभाने के लिए प्रशासन ने 4 किमी के सवारी मार्ग को मात्र ओपचारिता पूर्ण करते हुए ढाई घंटे में ही पूरा कर लिया गया।
सवारी के आगे पीछे बड़ी संख्या में जहां जिले के पुलिस अधिकारी कर्मचारी चल रहे थे, वहीं अधिकारियों के वाहन भी सवारी के आगे पीछे चलते दिखाई दिए, नगर प्रवेश के बाद सवारी निकालने की किसी को सूचना नहीं होने के बाद भी भक्तों को जानकारी लगते ही जहां दर्शन के लिए आस्था उमड पड़ी, वहीं सवारी में बड़ी संख्या में भक्त शामिल होकर नाचते झूमते भी दिखाई दिए। इस दिन अल सुबह 4.20 बजे कलेक्टर अवधेश शर्मा ने परम्परानुसार मंदिर के गर्भग्रह में बाबा का पूजन अभिषेक किया और फिर महाआरती कर बाबा बैजनाथ महादेव को नगर भ्रमण के लिए आमंत्रित किया गया। सुबह 7.30 बजे सवारी बैजनाथ मंदिर से प्रारंभ हुई और इंदौर कोटा मार्ग होते हुए 7.50 बजे जिला जेल पहुंची, जहां बाबा बैजनाथ महादेव को परम्परानुसार जेल कर्मचारियों के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद सवारी ने 8.10 बजे छावनी नाका चौराहा से नगर प्रवेश किया और छावनी झण्डाचौक, रातोडिय़ा तालाब घाटी, नाना बाजार से गोपाल मंदिर पहुंची, जहां प्रभू का हरिहर मिलन कराया जाकर आरती की गई। समापन स्थल पर आरती के लिए इंतजार कर रहे भक्तों का गुस्सा प्रशासन पर फूट पड़ा और विरोध के बाद मंडी गेट के बाहर इंदौर कोटा मार्ग पर ही समापन आरती की जाकर प्रसाद वितरण किया गया।
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