नई दिल्ली(New Delhi) । लोकसभा अध्यक्ष (speaker) पद के लिए संसद में सत्ता पक्ष (ruling party in parliament)और विपक्ष(Opposition) के बीच रार ठन(Raar Than) गई है। दोनों ही तरफ से उम्मीदवार मैदान (Candidate Field)में हैं। एनडीए के पास इस पद को जीतने के लिए प्रयाप्त संख्या बल है। वहीं, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी (टीएमसी) के रुख ने असमंजस में डाल दिया है। टीएमसी का कहना है कि स्पीकर चुनाव के लिए उम्मीदवार का चयन करने के लिए उनसे नहीं पूछा गया। ऐसे में अगर स्पीकर के चुनाव पर वोटिंग के दौरान टीएमसी सदन से बाहर भी चली जाती है तो इंडिया गठबंधन की किरकिरी हो जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि संख्या बल को देखते हुए समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कल शाम हुई बैठक के दौरान सुझाव दिया कि इस मुद्दे पर मतदान नहीं होना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि टीएमसी भी इस विचार से सहमत है। आपको बता दें कि इस बैठक में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और कल्याण बनर्जी भी शामिल हुए थे।
नाराज ममता को मनाने की कोशिश
नाराज ममता को मनाने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ 20 मिनट तक टेलीफोन पर बातचीत की। इसके बावजूद मंगलवार देर रात तक टीएमसी ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करने पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया था। सूत्रों ने कहा कि पार्टी बुधवार सुबह 9.30 बजे तक ही कोई फैसला लेगी। अध्यक्ष का चयन बुधवार को ही होना है। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव के सी वेणुगोपाल के साथ-साथ अन्य गठबंधन दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इससे पहले मंगलवार को एनडीए द्वारा 17वीं लोकसभा में अध्यक्ष रहे ओम बिरला को इस पद के लिए फिर से उम्मीदवार बनाया गया। इसके बाद इंडिया गठबंधन ने घोषणा की कि वह आठ बार के कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को आगे कर रहा है। कांग्रेस ने पहले सुरेश को प्रो-टर्म अध्यक्ष नामित करने के लिए जोर दिया था, इस आधार पर कि वह लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद हैं।
टीएमसी का राहुल पर कटाक्ष
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमने पश्चिम बंगाल में अपने दम पर 29 सीटें जीतीं। हम तब इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं थे। इसलिए राहुल गांधी को हमसे सलाह किए बिना घोषणा नहीं करनी चाहिए थी। हम यहां आपके निर्णय के बाद आपकी बात मानने के लिए नहीं हैं।”
राजनाथ ने की ममता से बात
सूत्रों ने कहा कि टीएमसी को लगा कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने से विपक्ष की अपर्याप्त संख्या और उजागर होगी। एनडीए ने भी ममता बनर्जी से संपर्क किया है। सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार दोपहर ममता को फोन किया। टीएमसी के एक नेता ने कहा, “दोनों ने अध्यक्ष के मुद्दे और विपक्ष द्वारा भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ उम्मीदवार उतारने के बारे में बात की।”
अंतिम समय में ममता को दी उम्मीदवार की जानकारी
टीएमसी नेता ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से फोन कॉल को लेकर कहा कि लगभग 11.50 बजे फोन आया। अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने से महज 10 मिनट पहले। उन्होंने कहा, “यह बहुत कम समय के लिए दिया गया नोटिस है। अगर आप मुझे अपनी बेटी की शादी में आमंत्रित करना चाहते हैं, तो आप मुझे शादी की सुबह फोन नहीं कर सकते हैं।” पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेताओं ने कांग्रेस के कथित एकतरफा फैसले की आलोचना की और कहा कि ममता नाराज हैं। सीएम के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह इस बात से हैरान थीं बिना किसी दल से चर्चा के नाम की घोषणा कर दी गई।
राहुल ने की अभिषेक बनर्जी से बात
मंगलवार दोपहर को टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने संसद भवन में पार्टी के सभी सांसदों की बैठक की। स्पीकर के मुद्दे पर चर्चा की गई और अंतिम निर्णय ममता पर छोड़ दिया गया। इसके बाद राहुल गांधी ने व्यक्तिगत रूप से अभिषेक बनर्जी से संपर्क किया। टीएमसी नेता को अपनी सीट पर आमंत्रित करने के बाद राहुल ने उनके साथ 15 मिनट तक बातचीत की। इस दौरान वह अभिषेक को कुछ समझाते हुए दिखाई दिए। अभिषेक ने इस दौरान सिर्फ अपना सिर हिलाया।
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