कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर शिकायत दर्ज करवाई है। तृणमूल ने प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश दौरे (Bangladesh Visit) के दौरान किए कुछ कामों और घोषणाओं का उल्लेख करते हुए इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। इससे पहले बीते शनिवार को भी सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था। ममता ने कहा था कि राज्य में चुनाव हो रहा है और पीएम बांग्लादेश में बंगाल पर भाषण दे रहे हैं।
टीएमसी की तरफ से चुनाव आयोग को लिखी गई शिकायत में कहा गया है-पीएम मोदी के दो दिवसीय दौरे के दौरान 27 मार्च के कार्यक्रम पर हमें आपत्ति है। इन कार्यक्रमों का बंगबंधु जयंती कार्यक्रम से कोई लेना देना नहीं था। पीएम के दौरे के दूसरे दिन के कार्यक्रम कुछ इस तरीके से रखे गए थे कि इससे पश्चिम बंगाल के एक विशेष समुदाय के वोटिंग पैटर्न पर प्रभाव पड़ सकता है।
टीएमसी का कहना है कि भारत में कोई पूर्व प्रधानमंत्री इस तरीके से अलोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में नहीं शामिल रहे हैं। टीएमसी ने पीएम मोदी के बांग्लादेश में ओराकांडी दौरे पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने लिखा है कि पीएम मोदी प्रतीकात्मक संदेश देने के लिए पश्चिम बंगाल के बीजेपी सांसद शांतनु ठाकुर को भी अपने साथ लेकर गए थे।
मटुआ समुदाय को प्रभावित करने की कोशिश!
दरअसल पश्चिम बंगाल में मटुआ समुदाय का अच्छा खासा प्रभाव है। बांग्लादेश की ओराकांडी वो जगह है जहां पर इस समुदाय के संस्थापक हरीशचंद्र ठाकुर का जन्म हुआ था। पीएम मोदी ने ओराकांडी स्थित हरि मंदिर में पूजा-अर्चना कर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानमंत्री ने ओरकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने ओराकांडी में वर्तमान में स्थित बालिका माध्यमिक विद्यालय को अपग्रेड करने और एक नए प्राथमिक स्कूल की स्थापना करने के अलावा कई अन्य घोषणाएं भी की। टीएमसी का आरोप है कि पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान मटुआ समुदाय को बीजेपी की तरफ आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाया है।
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