कोलकाता । टीएमसी (TMC) ने चुनाव आयोग को पत्र लिख (Writes Letter to Election Commission) संदेशखाली में (In Sandeshkhali) एनएसजी की छापेमारी पर (On NSG Raid) विरोध जताया (Protested) । तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को पत्र लिखकर उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शुक्रवार को सीबीआई और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की छापेमारी का विरोध किया।
टीएमसी ने कहा कि जब लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण चल रहा था, तब केंद्रीय एजेंसियों ने ‘बदनाम’ करने की नीयत से तलाशी स्थल पर हथियार रखे, ऐसा अंदेशा है। सीबीआई ने शुक्रवार दोपहर एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन में संदेशखाली में निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के एक रिश्तेदार के आवास से भारी मात्रा में विदेशी और देसी हथियार, विस्फोटक और बम बरामद किए। बाद में एनएसजी के कमांडो भी उस तलाशी अभियान में सीबीआई अधिकारियों के साथ शामिल हो गए थे।
ईसीआई को दी गई अपनी शिकायत में, तृणमूल कांग्रेस ने सीबीआई पर आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) की छवि खराब करने के लिए मतदान के दिन संदेशखाली में एक खाली स्थान पर छापेमारी करने का आरोप लगाया है। शिकायत की एक प्रति आईएएनएस के पास भी है। इसमें दावा किया गया है कि जब शुक्रवार दोपहर को पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों के लिए मतदान चल रहा था, तब सीबीआई अधिकारियों ने संदेशखाली में खाली स्थानों पर छापेमारी की। शिकायत में सत्ता पक्ष ने ऑपरेशन में एनएसजी कमांडो को शामिल करने पर भी सवाल उठाए हैं।
आयोग को लिखे पत्र में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर नियमित रूप से तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही दोहराया कि राज्य सरकार के किसी भी प्रतिनिधि की गैरमौजूदगी में, हथियारों और गोला-बारूद की कथित बरामदगी। संभवतः भाजपा द्वारा छापेमारी स्थल पर हथियार रखने के लिए सीबीआई और एनएसजी के साथ साजिश के तहत रची गई एक चाल है। यह फिर से देखना अप्रासंगिक नहीं होगा कि सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार माना है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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