कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पार्टी अब गोवा (Goa) में पैर जमाने की कोशिश कर रही है. पार्टी (Party) ने राज्य में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के लिए ‘फुटबॉल और फिश’ के सहारे ‘खेला होबे’ की योजना तैयार की है. तैयारियों के संबंध में टीएमसी ने नेताओं को राज्य में सक्रिय कर दिया है. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शासन वाले गोवा में अभी टीएमसी की मौजूदगी ना के बराबर है.
मछली और फुटबॉल, ये दोनों चीजें बंगाल और गोवा में हमेशा चर्चा में रहती है. टीएमसी ने गोवा का रास्ता बनाने का जिम्मा राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन और फुटबॉल के मशहूर खिलाड़ी प्रसून बनर्जी को सौंपा है. दोनों नेता शुक्रवार को एक सप्ताह के दौर पर शुक्रवार को पणजी पहुंचे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ब्रायन और बनर्जी पर अगले 10 दिनों में पार्टी की जमीन तैयार करने के लिए भरोसा जताया है.
टीएमसी ने प्रसून बनर्जी को गोवा के उत्तर पश्चिम हिस्से और ब्रायन को दक्षिण गोवा की जिम्मेदारी दी है. हालांकि, राज्य में सियासी शोध को पहले ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की IPAC ने पूरा कर लिया है. साथ ही टीएमसी ने राज्य में घर-घर जाकर चुनाव अभियान भी शुरू कर दिया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता गांवों में पहुंच रहे हैं और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के कई नेता भी टीएमसी के साथ संपर्क में हैं और अगले कुछ दिनों में बनर्जी की पार्टी में जा सकते हैं. हालांकि, इसे लेकर टीएमसी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. माना जा रहा है कि टीएमसी को गोवा में बीजेपी सरकार के खिलाफ चल रही सत्ता विरोधी लहर और उनकी तरफ से बीच पर लगाए गई पाबंदियों का फायदा मिल सकता है. इसके बाद टीएमसी के सामने शिक्षा का मुद्दा होगा. अभी तक पार्टी मतदाताओं के बीच अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं हो सकी है.
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