नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार टीएमसी नेता कुंतल घोष पर 30 करोड़ रुपये का हेराफेरी करने का आरोप प्रवर्तन निदेशालय ने लगाया है. शुक्रवार को कुंतल घोष को कोर्ट में पेश किया गया. ईडी ने आरोप लगाया कि कुंतल घोष ने 1200 अभ्यर्थियों में से प्रत्येक से 20 हजार लिए गए थे, ताकि हाईकोर्ट में केस दायर कर उनके पक्ष में फैसला हो और उन्हें नौकरी मिले. 130 उम्मीदवार में से प्रत्येक से 8 लाख लिए गये थे. यह पैसा पार्थ चटर्जी और अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ साझा किया गया था.
ईडी ने कोर्ट को 17 करोड़ 14 लाख का हिराब देते हुए कहा कि बाकी की तलाश जारी है. इस बीच कोर्ट में पेश किये जाने के पहले कुंतल घोष ने आरोप लगाया कि यह पैसा टीएमसी के नेताओं को नहीं दिये गये थे, बल्कि पैसे तापस मंडल को दिया गया था. तापस मंडल का बीजेपी से संबंध हैं. उन्होंने किसी भी तरह से पैसे लेने से इनकार करते हुए जमानत की फरियाद की.
प्रशिक्षण कॉलेजों में भी लगा है धांधली करने का आरोप
ईडी ने आरोप लगाया कि कुंतल घोष के न केवल उनके तीन निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय हैं, बल्कि राज्य में ऐसे 15 से अधिक महाविद्यालय हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक इस बार इन निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के अधिकारियों पर भी नजर है. जांच के दौरान कुंतल घोष के फ्लैट से बरामद दस्तावेजों में ट्रस्ट डीड मिली है. ईडी सूत्रों के मुताबिक ट्रस्ट के सात दस्तावेज उनके हाथ लगे हैं, जिससे इन सभी कॉलेजों का संचालन होता है.
ईडी का दावा है कि ट्रस्ट के सदस्य इन सभी कॉलेजों के अधिकारी हैं. इस ट्रस्ट की गतिविधियां क्या हैं? ईडी जानना चाहता है. जांच एजेंसी का दावा है कि कुंतल से उनकी हिरासत में पूछताछ की गई है. भर्ती घोटाला ही नहीं, इन निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में छात्रों के दाखिले में भी गड़बड़ी पाई गई है. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए छात्रों के प्रवेश के बाद वित्तीय लेन-देन के आरोप हैं. ऐसे में ईडी इस बात की जांच करना चाहती है कि कुंतल या उसके करीबियों को कितना फायदा हुआ है.
कुंतल पर ईडी ने लगाया है हेराफेरी का आरोप
सूत्रों का दावा है कि जांच में सामने आए ज्यादातर कॉलेज बर्दवान, मेदिनीपुर, मुर्शिदाबाद के हैं. कुंतल का अपना जिला हुगली है. कुंतल घोष एक कॉलेज के पूर्व बोर्ड सदस्य हैं और अभी भी एक कॉलेज में कार्यालय में हैं. ऐसे में ईडी के आकाओं को लगता है कि वह भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं हैं. इसलिए सिर्फ कुंतल ही नहीं ईडी का मानना है कि उन ट्रस्ट के सदस्यों से पूछताछ में और जानकारी सामने आ सकती है.
ऐसे में सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में इन सभी सदस्यों को तलब किए जाने की संभावना है. गिरफ्तारी के दौरान कुंतल के घर से बरामद दस्तावेजों में ट्रस्ट के दस्तावेज मिले हैं. ईडी ने दावा किया कि इन सभी दस्तावेजों की जांच के बाद इन कॉलेजों की जानकारी सामने आई है. ईडी सूत्रों के मुताबिक तापस मंडल से भी इन कॉलेजों के बारे में पूछताछ की जाएगी.
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