कोलकाता। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने राज्य के पंचायत चुनावों में हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को ‘अप्रिय और असंवेदनशील’ करार दिया और हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति बहाल करने में उनके मंत्रालय की भूमिका पर हैरानी जताई।
टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हिंसा में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति दया दिखाने के बजाय भाजपा नेता वोट प्रतिशत को लेकर इतरा रहे हैं। शाह ने शुक्रवार को कहा था कि ‘खून-खराबे वाली हिंसा’ भी भाजपा को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने से नहीं रोक सकी।
ओ ब्रायन ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी, आपकी ओर से कितना अरुचिकर और असंवेदनशील बयान दिया गया है। आप कितना नीचे जा सकते हैं? गृह मंत्री के रूप में आपके पास लोगों की रक्षा करने और राष्ट्र को शांति में रखने की जिम्मेदारी है। शोकाकुल परिवारों के प्रति दया दिखाने के बजाय आप (फर्जी) वोट प्रतिशत की राजनीति पर गर्व कर रहे हैं। शर्म आनी चाहिए।’
तृणमूल नेता ने कहा कि आपकी पार्टी का वोट प्रतिशत गिरा है। पश्चिम बंगाल के लोगों ने भाजपा को फिर से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं पूछता हूं कि आप मणिपुर को लेकर क्या कर रहे हैं? आप जम्मू-कश्मीर को लेकर क्या कर रहे हैं? शालीनता और मानवीयता दो शब्द हैं जो आपके शब्दकोश में मौजूद नहीं हैं।’
शाह ने एक दिन पहले ट्वीट में कहा था कि पश्चिम बंगाल में रक्तरंजित हिंसा भी भाजपा को पंचायत चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने से नहीं रोक सकी। भाजपा ने पिछले चुनाव की तुलना में अपनी सीटों की संख्या लगभग दोगुनी कर ली है, जो लोगों द्वारा जताए गए भरोसे में महत्वपूर्ण वृद्धि का संकेत है। वहीं, टीएमसी ने एक बयान में दावा किया कि भगवा खेमा निष्पक्ष तरीके से चुनाव लड़ने में विफल रहने के बाद गंदी चालें चल रहा है और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं पर ‘अकथनीय हिंसा’ कर रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि आठ जून को चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से चुनाव संबंधी हिंसा में 19 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, पुलिस सूत्रों ने मरने वालों की संख्या 38 बताई है, लेकिन इस बात से सहमत हैं कि जान गंवाने वालों में से कम से कम 60 फीसदी टीएमसी से जुड़े थे।
हालांकि, पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई ने शाह के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की टिप्पणी को ‘सच्चाई सामने आने को लेकर हताशा का प्रतिबिंब’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह ने सच कहा है। पूरे देश ने चुनाव के दौरान टीएमसी द्वारा की गई हिंसा और अराजकता को देखा है, जो चुनाव खत्म होने के बाद भी जारी है।’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved