कोलकाता। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के घोषित नतीजों के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस अपने वर्चस्व को कायम रखने में सफल हुई है। दो साल पहले टीएमसी ने विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) बुधवार को बंगाल में हिंसा प्रभावित ग्रामीण चुनावों में भारी जीत की ओर अग्रसर दिख रही है। रात भर हुई मतपत्रों की गिनती ने उसे राज्य चुनाव आयोग (SEC) द्वारा अब तक घोषित परिणामों में अजेय बढ़त दी है।
एसईसी के अनुसार, बुधवार सुबह आठ बजे तक टीएमसी ने 34,359 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल कर ली है, साथ ही 752 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, टीएमसी की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा 9,545 सीटें जीत चुकी है और 180 सीटों पर आगे चल रही है। राज्य की कुल 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के लिए चुनाव हुए थे। सीपीआई (एम) ने 2,885 सीटें जीत ली हैं और 96 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने 2,498 सीटें जीतीं और 72 पर आगे चल रही है।
मतगणना काफी हद तक शांतिपूर्ण रही, लेकिन भांगर में बम फेंके जाने सहित छिटपुट घटनाओं के कारण यह प्रभावित हुई। भांगर में चुनाव के दौरान कई मौतें हुई थीं। मंगलवार की रात केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस द्वारा अनियंत्रित भीड़ पर गोलीबारी की गई, जिसके परिणामस्वरूप इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के समर्थक और एक आईपीएस अधिकारी सहित पुलिसकर्मी घायल हो गए।
सत्तारूढ़ टीएमसी ने 6,134 पंचायत समिति सीटें जीतीं जबकि 61 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा ने 939 सीटें जीती हैं और 149 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि सीपीआई ने 165 सीटें जीती हैं और 14 अन्य सीटों पर आगे चल रही है और कांग्रेस ने 244 सीटें जीती हैं और सात सीटों पर आगे चल रही है। राज्य की 9,728 पंचायत समिति सीटों के लिए मतदान कराया गया था।
टीएमसी ने अब तक घोषित नतीजों में 554 जिला परिषद में भी जीत हासिल की है और 201 पर आगे चल रही है। इसके विपरीत भाजपा ने सिर्फ 19 सीटें जीती हैं और सात सीटों पर आगे चल रही है। सीपीआई (एम) ने मात्र दो सीटें जीती हैं और दो सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस ने चार सीटें जीती हैं और 10 पर आगे चल रही है। राज्य में कुल 928 जिला परिषद सीटें हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान चोटिल हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार रात को पंचायत चुनावों में टीएमसी की शानदार जीत के लिए पश्चिम बंगाल के लोगों को धन्यवाद दिया। बनर्जी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘ग्रामीण बंगाल में हर तरफ टीएमसी है। मैं तृणमूल कांग्रेस के प्रति लोगों के प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं। इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि केवल टीएमसी ही राज्य के लोगों के दिल में रहती है।
इस चुनाव को सभी पार्टियों ने गंभीरता से लड़ा है क्योंकि वे इसे वर्ष 2024 संसदीय चुनाव में हवा के रुख का आकलन करने के लिए संकेतक मान रही हैं। पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 11 तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे। पिछले महीने पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से राजनीतिक हिंसा संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 33 हो गई है, जिनमें से 60 प्रतिशत सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखते थे।
विभिन्न पार्टियों द्वारा मतदान में छेड़छाड़ और हिंसा के आरोप लगाए जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने सोमवार को 696 सीट के लिए दोबारा मतदान कराया जो कुल मिलाकर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। कलकत्ता उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद चुनाव और मतगणना के दिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गई। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में हिंसा का लंबा इतिहास रहा है, जिसमें 2003 के पंचायत चुनावों के दौरान मतदान के एक ही दिन में 40 लोग मारे गए, लेकिन इस साल की चुनावी हिंसा को मीडिया ने बड़े पैमाने पर कवर किया जिसकी वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लोगों का इस पर ध्यान गया।
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