नई दिल्ली। तिरुपति वेंकेटेश्वर मंदिर (Tirupati Venkateswara Temple) की प्रसाद में एनिमल फैट की मिलावट के आरोप लगने के बाद लगातार राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने बड़ा कदम उठाया है। घी सप्लाई करने वाली एक कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि मंत्रालय को 4 कंपनियों से सैंपल मिले थे। जिनमें से एक कंपनी का सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गया था। जिससे मिलावट की बात सामने आई थी।
तिरुपति मंदिर के लड्डू में चर्बी मिलने के दावों के बाद लगातार मामला तूल पकड़ रहा है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने मामले की जांच के लिए किसी न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र समिति के गठन की मांग की है। ताकि लड्डू बनाने के लिए घी में घटिया सामग्री और पशु वसा के आरोपों की जांच हो सके।
वहीं, आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी कर चुकी है। ताकि आंध्रप्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के लड्डूओं में मिलावट जैसी बातें दोबारा सामने न आएं। नायडू का कहना है कि SIT अपनी रिपोर्ट जल्द सौंपेगी। जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर CM चंद्रबाबू नायडू और पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी आमने-सामने हैं। जिसके बाद अब YSRCP चीफ जगन मोहन रेड्डी ने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है। जिसमें उन्होंने नायडू के खिलाफ तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पवित्रता को धूमिल करने का प्रयास करने के आरोप लगाए हैं। जगन ने सच्चाई को देश के सामने उजागर करने की अपील भी पीएम मोदी से की है।
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