Vaastu Shaastra-वास्तु शास्त्र के अनुसार कई बार छोटी चीजें भी आपका भाग्य खोल देती हैं। वास्तु शास्त्र में लिखा है कि बेडरूम में थोड़ा बदलाव करके आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी (positive energy) आ सकती है यहां तक कि पति-पत्नी के बीच प्यार और भी बढ़ सकता है।
आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार कूलर से चार ग्रह जुड़े होते हैं- बुध, राहु, शनि और चंद्रमा।वास्तु के अनुसार कूलर रखने की सबसे अच्छी दिशा है उत्तर पूर्व है। घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में कूलर नहीं रखना चाहिए, ऐसा करने से वास्तु दोष होता है।
वास्तु टिप्स:
गर्मी में कूलर लगभग हर घर में चलता है लेकिन शायद आपको पता न हो लेकिन कूलर रखने की भी सही दिशा होती है। वास्तु के अनुसार अगर कूलर रखेंगे तो कूलर रखने से आपकी सोई हुई किस्मत जाग सकती है और घर धन-धान्य से भरा रहेगा। वहीं दूसरी तरफ अगर वास्तु के नियमों के खिलाफ हमारे घर में कूलर लगेगा तो फायदे की जगह कई नुकसान हो सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप कूलर वास्तु के हिसाब से ही लगाएं, ऐसा करने से आप ठंडी हवा का आनंद तो लेंगे ही साथ ही घर भी धन-धान्य से भरा रहेगा।
कूलर से जुड़े हैं 4 ग्रह
वास्तु शास्त्र के अनुसार कूलर से चार ग्रह जुड़े होते हैं- बुध, राहु, शनि और चंद्रमा।
वास्तु के अनुसार कूलर रखने की सबसे अच्छी दिशा है उत्तर पूर्व यानी कि ईशान कोण। इस दिशा में कूलर रखने की घर की सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। कूलर को उत्तर-पश्चिम दिशा में भी रखा जा सकता है।
कूलर का रंग
कूलर के रंग पर भी ध्यान देना चाहिए। आप हल्के नीले रंग का कूलर अपने घर में लगा सकते हैं, या फिर सिल्वर, क्रीम या सफेद रंग का कूलर भी यूज कर सकते हैं। लेकिन भूलकर भी, गहरा नीला, लाल और ग्रे रंग का कूलर घर में न रखें।
कूलर लगाते वक्त इन बातों का भी रखें ध्यान
कूलर लगाते वक्त इस बात का भी ध्यान रखें कि कूलर टूटा-फूटा न हो बल्कि सही अवस्था में हो। इसकी मोटर और पंखा ठीक तरह से काम कर रही हो।
कूलर के लिए वास्तु टिप्स
कूलर को खुली जगह में रखें, उसे कमरे के अंदर न रखें।
कूलर को घर के दरवाजे या विंडो पर फिक्स कर लें।
कूलर अगर खुली हवा में रखा हो तो अच्छी और ठंडी हवा देता है।
कूलर उधर रखें जिधर धूप न आती हो वरना कूलर गर्म हवा देगा।
कूलर की जाली में लगाई जाने वाली घास समय-समय पर बदलते रहें।
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
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