नई दिल्ली (New Dehli)। वर्ल्ड कप 2023 (world cup 2023)में सोमवार (6 नवंबर) को दिल्ली (Delhi)में खेले गए मुकाबले में बांग्लादेश ने श्रीलंका (Bangladesh defeated Sri Lanka)को 3 विकेट से हराया(defeated). इस मुकाबले में एंजेलो मैथ्यूज के टाइम आउट का ऐसा विवाद सामने आया, जिसने बड़ी बहस छेड़ दी है. मगर यहां बता दें कि मैथ्यूज से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी एक बार टाइम आउट होने से बाल-बाल बचे थे.
बांग्लादेश के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में एंजेलो मैथ्यूज और 2007 केपटाउट टेस्ट में सौरव गांगुली. (Getty)बांग्लादेश के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में एंजेलो मैथ्यूज और 2007 केपटाउट टेस्ट में सौरव गांगुली. भारत की मेजबानी में खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप 2023 में कई रोमांचक मुकाबले और काफी सारे विवाद सामने आए हैं. मगर सोमवार (6 नवंबर) को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेले गए मुकाबले में एक ऐसा विवाद सामने आया, जिसने बड़ी बहस छेड़ दी है.
यह श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज के टाइम आउट का विवाद है. मैथ्यूज अब इंटरनेशनल क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं. मगर यहां बता दें कि मैथ्यूज से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी एक बार टाइम आउट होने से बाल-बाल बचे थे.
क्या है ‘टाइम आउट’ नियम? कैसे एक गेंद पर हो जाते हैं 2 बल्लेबाज आउट
यह बात 16 साल पहले की है. यदि तब गांगुली आउट होते, तो आज मैथ्यूज दूसरे बल्लेबाज बन जाते. मगर उस समय दादा के नाम से फेमस गांगुली टाइम आउट होने से बाल-बाल बचे थे. अब फैन्स के मन में यह सवाल जरूर होगा कि आखिर वो मामला था क्या? साथ ही गांगुली किस तरह से बाल-बाल बचे थे?
दरअसल, यह बात 2007 के दौरान साउथ अफ्रीका दौरे की है. जब भारतीय टीम और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन टेस्ट मैच खेला जा रहा था. उस मैच के चौथे दिन भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में तीसरे ओवर में 6 रन पर ही दोनों ओपनर के विकेट गंवा दिए थे. वीरेंदर सहवाग और वसीम जाफर आउट हो गए थे.
गांगुली के मैदान पर आने में 6 मिनट की देरी हुई थी
इसके बाद सचिन तेंदुलकर को आना था, लेकिन वो मैच के तीसरे दिन कुछ समय मैदान से बाहर रहे थे. ऐसे वो एक निर्धारित समय से पहले बैटिंग के लिए नहीं आ सकते थे. तब वीवीएस लक्ष्मण नहाने चले गए थे. उस दौरान सौरव गांगुली ट्रैकसूट में घूम रहे थे. उन्हें तुरंत तैयार होकर मैदान पर आना था. तब स्टाफ के ज्यादातर लोग गांगुली को तैयार करने में जुट गए.
कोई पैड पहना रहा था, तो कोई थाई बांध रहा था. इन सबके बावजूद गांगुली को मैदान पर आने में 6 मिनट के देरी हो गई थी. जबकि नियम के मुताबिक, उन्हें 3 मिनट के अंदर ही मैदान पर जाकर अगली बॉल खेलना था. जब गांगुली 6 मिनट की देरी से मैदान में आए, तब अंपायर ने साउथ अफ्रीकी टीम के कप्तान ग्रीम स्मिथ को सारे नियम और मामला समझा दिया था.
मगर उस दौरान स्मिथ ने टाइम आउट की अपील ही नहीं की. उन्होंने खेल भावना का ध्यान रखा और गांगुली को टाइम आउट नहीं होने दिया. इस तरह उस मैच में गांगुली टाइम आउट होने से बाल-बाल बच गए थे.
हालांकि बांग्लादेश और श्रीलंका के इस मैच में मामला एकदम उलटा था. यहां बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज समय पर क्रीज पर आ गया था, लेकिन उसके हेलमेट की स्ट्रिप टूट गई थी और उसने पहली बॉल खेलने में देरी कर दी. जिस कारण बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन की अपील के बाद मैथ्यूज को टाइम आउट दिया गया.
दरअसल, श्रीलंकाई पारी के दौरान 25वें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दिया गया था. 146 साल के क्रिकेट इतिहास में पहली बार कोई बल्लेबाज टाइम आउट हुआ. यह 25वां ओवर शाकिब ने किया था, जिसकी दूसरी बॉल पर सदीरा समरविक्रमा आउट हुए. इसके बाद मैथ्यूज मैदान पर आए, मगर पिच पर पहुंचते ही हेलमेट लगाने के दौरान उसकी स्ट्रिप टूट गई.
तब मैथ्यूज ने तुरंत ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करके दूसरा हेलमेट मंगाया, लेकिन नजमुल हुसैन शंतो के कहने पर गेंदबाज शाकिब अल हसन ने अपील कर दी, जिस पर मैदानी अंपायर ने मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिया. इस तरह ओवर की अगली बॉल डालने से पहले ही मैथ्यूज बगैर कोई गेंद खेले आउट हुए. इस तरह बांग्लादेश को एक ही बॉल पर दो विकेट मिले.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved