उज्जैन। गेहूँ की बोवनी में अभी 2 माह की देरी है। पिछले साल सीजन में खाद की कमी आई थी। इसी के चलते किसान अभी से स्टाक में जुट गए है। उल्लेखनीय है कि जिले में गेहूँ की बोवनी की शुरुआत होने में अभी 2 महीने शेष है। पिछले साल गेहूँ की बोवनी के सीजन में समय पर खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हो गए थे, इसी को देखते हुए चिंतित किसान अभी से खाद का संग्रहण करने में जुट गए हैं और कृषि उपज मंडी परिसर स्थित एमपी एग्रो और इफको के केंद्रों पर खाद के लिए लाइन लगाने लगे हैं। इधर इफको किसान सेवा केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है और एडवांस में किसान खाद खरीदना चाहते हैं। किसानों को शनिवार तक 3000 बोरी खाद का विक्रय किया जा चुका था। खाद की आपूर्ति के हिसाब से ही किसानों को टोकन दिए जा रहे हैं। फिलहाल एक किसान को खाद की 5 बोरियाँ दी जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि गेहूँ के सीजन में अभी 2 महीने शेष हैं, किसानों द्वारा अभी से खाद खरीद कर रखा जा रहा है, इस कारण विक्रय केंद्रों पर भीड़ नजर आ रही है। खाद की कोई कमी नहीं है। किसानों को इसके लिए संयम रखना होगा। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष गेहूँ बोने के सीजन में खाद की कमी आई थी और तब भी विक्रय केंद्रों पर देर रात से ही किसानों की कतारें लग रही थी। एनवक्त पर आवश्यकता को देखते हुए किसानों को तब ऊंचे दामों में खाद खरीदनी पड़ी थी। एक बार किसान 2 महीने पहले से अलर्ट हो गया है। यही वजह है कि मंडी परिषद स्थित इफको के खाद विक्रय केंद्रों पर किसानों की भीड़ अभी से नजर आने लगी हैं। किसानों का यह भी कहना है कि अगर अधिकारी खाद की कोई कमी नहीं होने का दावा कर रहे हैं तो उन्हें अतिरिक्त विक्रय केंद्र लगाकर खाद का वितरण करना चाहिए ताकि उन्हें घंटों कतार में खड़े ना रहना पड़े।
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