– चीनी मिलों ने अबतक 35 लाख टन चीनी निर्यात का किया अनुबंध
नई दिल्ली। देश में चीनी विपणन सत्र 2022-23 (Marketing Session 2022-23) में पेराई का काम शुरू हो गया है। चीनी मिलों (sugar mills) ने मौजूदा चीनी सत्र में 15 नवंबर तक 19.9 लाख टन चीनी का उत्पादन (Production of 19.9 lakh tonnes of sugar) किया है, जो एक साल पहले की समान अवधि के 20.8 लाख टन से थोड़ा कम है। चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने यह जानकारी दी है।
उद्योग संगठन इस्मा ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि भारत ने चीनी सत्र 2022-23 में अबतक करीब 35 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध किया है। इसमें से 2 लाख टन चीनी का पिछले महीने निर्यात किया गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में करीब 4 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था। सरकार ने 5 नवंबर को घोषित चीनी वर्ष की चीनी निर्यात नीति में 31 मई तक कोटा के आधार पर 60 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी है। पिछले चीनी सत्र 2021-22 में भारत ने 1.1 करोड़ टन चीनी का निर्यात किया था।
इस्मा के मुताबिक पश्चिम में कई चीनी मिलों ने चालू चीनी सत्र में देर से परिचालन यानी पेराई शुरू किया है, जिसके कारण 15 नवंबर तक चीनी का उत्पादन पिछले चीनी सत्र के मुकाबले थोड़ा कम रहा है। उद्योग संगठन ने कहा कि घरेलू उत्पादन का आकलन करने के बाद सरकार चीनी निर्यात के लिए आगे की मात्रा के लिए अनुमति देगी। इस्मा ने कहा कि सरकार द्वारा चीनी निर्यात नीति की घोषणा से बहुत पहले कई व्यापारियों ने चालू चीनी सत्र के लिए निर्यात के अनुबंध कर लिए थे। इसके बाद से चीनी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि का रुझान रहा है, जिसके परिणामस्वरूप चीनी मिलें निर्यात अनुबंध की कीमतों पर फिर से बात कर रही है। गौरतलब है कि चीनी सत्र अक्टूबर से सितंबर महीने तक चलता है। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved