भोपाल। प्रदेश (State) में बाघ (Tiger) गणना का चौथा चरण पूरा हो गया है और तीन चरण की गणना के बाद ही मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में डेढ़ सौ बाघों के बढऩे की जानकारी के बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के टाइगर स्टेट (Tiger State) का दर्जा बरकरार रहने के संकेत मिल गए हैं। गणना का ब्योरा भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून को भेज दिया है। अब भारत सरकार बाघ आकलन 2022 के परिणामों की घोषणा करेगी।
प्रदेश (State) में नवंबर 2021 से गिनती शुरू हुई है थी। तीसरा चरण अप्रैल 2022 में पूरा हुआ। इसके बाद संरक्षित क्षेत्रों में चौथे चरण की गिनती शुरू हुई। इस साल हुई गणना से प्रदेश (State) में बाघों का कुनबा बढऩे के आसार हैं। उम्मीद की जा रही है कि 150 बाघ बढ़ेंगे। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश (State) में 700 से ज्यादा बाघ (Tiger) हो जाएंगे। वर्ष 2018 की गणना में प्रदेश में 526 बाघ (Tiger) थे। यह संख्या देश में सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक राज्य आया था। वहां 524 बाघ (Tiger) पाए गए थे। यदि मप्र (Madhya Pradesh) में बाघ बढ़ते हैं तो टाइगर स्टेट का दर्जा बरकरार रह सकता है। बाघों की गणना जंगल में एक तय स्थान पर ट्रांजिट लाइन खींचकर की जाती है। सुबह से शाम तक इस लाइन से गुजरने वाले जानवरों की गिनती के आधार पर रिपोर्ट तैयार होती है। सैटेलाइट इमेज से लिए गए डाटा के आधार पर यह गणना होती है।
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