इंदौर (Indore)। 1 सितम्बर से प्रशासनिक संकुल के कर्मचारियों और अधिकारियों को थम इम्प्रेशन मशीन के माध्यम से हाजरी लगाई जाना थी, लेकिन सुबह पहुंचे कर्मचारियों को हताशा ही हाथ लगी। लगाई गई 6 मशीनें चली ही नहीं, जिसके चलते कई कर्मचारी हाजरी नहीं लगा सके। ज्ञात हो कि कर्मचारियों का वेतन इन्हीं मशीनों की हाजरी के माध्यम से तय होगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने लेटलतीफ कर्मचारियों की आदत को सुधारने और समय पर दफ्तर पहुंचने के लिए थम इम्प्रेशन मशीन व्यवस्था शुरू कराई, लेकिन आज पहले दिन ही मशीनें नहीं चल सकी। 30 और 31 तारीख को 6 मशीनों का इंस्टालेशन कलेक्टर कार्यालय में कराया गया था। तलमंजिल पर दो, प्रथम मंजिल पर दो, तहसील में दो व सैटेलाइट भवन में एक मशीन इंस्टाल की गई है। इस तरह से आठों मशीनों को हाजरी लगाने के लिए लगाया गया है, लेकिन आज पहले दिन ही नेट सिस्टम ठप होने के कारण 6 मशीनें नहीं चल सकीं।
आधार कार्ड नहीं हुए लिंक
आधार कार्ड सिस्टम के माध्यम से कर्मचारियों की पहचान अंकित की गई है। आखिरी के चार डिजिट डालने के बाद थम इम्प्रेशन लेकर मशीन हाजरी दर्ज करेगी, लेकिन कई कर्मचारियों की पहचान दर्ज नहीं होने के कारण चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी परेशान होते नजर आए। एसडीएम कल्याणी पांडे व अन्य कर्मचारियों ने आते ही व्यवस्था के तहत हाजरी लगाना चाही, लेकिन असफलता हाथ लगी।
2014 में शुरू हुई थी व्यवस्था
कलेक्टर आशीष सिंह ने जिला पंचायत सीईओ रहने के दौरान 2014 में ही यह व्यवस्था शुरू करवाई थी, जो कि अब तक बदस्तूर जारी है। यहां वर्तमान में भी कर्मचारी इसी मशीन के माध्यम से हाजरी लगा रहे हैं। प्रशासनिक संकुल में भी वर्तमान में यह व्यवस्था शुरू की जा रही है।
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